संध्या शर्मा का नमस्कार....कुछ कहूँ .....?? कह तो लूँ ..... पर कोयल की भांति कहने का ... अपना ही सुख है ... बह तो लूँ ...... पर नदिया की भांति बहने का ..... अपना ही सुख है ... सह तो लूँ .... पर सागर की भाँति सहने का .... अपना ही सुख है .... सुन तो लूँ .... पर विहगों के कलरव सुनने का ... अपना ही सुख है ... गुण तो लूँ ..... पर मौन दिव्यता गुनने का .... अपना ही सुख है .... हँस तो लूँ ... आँसू पी कर भी हंसने का .... अपना ही सुख है .... जी तो लूँ ..... पर रम कर के जीने का ... अपना ही सुख है ... रम तो लूँ ... हरि भक्ति मे रमने का .... अपना ही सुख है .... है न ...?? ...लीजिये प्रस्तुत है आज की वार्ता....
हाथ पांव में दम नहीं, हम किसी से कम नहीं :दिल्ली गैग रेप
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*दस बजे रात को लड़की घर से बाहर क्या कर रही थी?*
*ब्वॉय फ्रेंड के साथ रात को बाहर निकलेगी तो यही होगा. *
*पुलिस कहां तक संरक्षण देगी?*
*प्रतिरोध भी उसका..जागो, कि तुम आधा विश्व हो
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पिछले कई दिनों से दिल्ली में दरींदों के वहशीपन का शिकार बनी बेकसूर लडकी को
न्याय दिलाने के लिए सरकार और जनता के बीच ठनी हुई है। सरकारी पाले के लोग इस
गलतफ...
‘हम भ्रष्ट हैं और हमें भ्रष्ट होने का पूरा-पूरा अधिकार है’.....!!!???
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‘हम भ्रष्ट हैं और हमें भ्रष्ट होने का पूरा-पूरा अधिकार है’
‘हम भ्रष्ट हैं और हमें भ्रष्ट होने का पूरा-पूरा अधिकार है’ – यह नारा लगाते
हुए भ्रष्ट संघ ने भार...
अगर ब्लोगवाणी चाहे तो आज भी फिर से हिन्दी ब्लोगिंग में जान फूँक सकती है
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और किसी को लगे, न लगे, पर मुझे लगता है कि हिन्दी ब्लोगिंग की प्राणशक्ति
बेहद कमजोर हो चुकी है, इसके पीछे कारण यही लगता है कि हिन्दी ब्लोगिंग के लिए
अच्छे ...करते हैं दुआकितनी ही रातें गुजरी
आँखों ही आँखों में
तेरी आमद के सारे रस्ते धोये
आँखों की बरसातों ने.
तुम तो "आता हूँ "
कह कर भूल गए
वाकिफ भी नहीं ...
किसी की दुनिया और वक़्त रुका हुआ है
तुम्हारे इंतज़ार में . "
तुम वहाँ अपनी हथेली रखो
मैं अपनी आगे बढाती हूँ
जोड़ लेते हैं दोनों हथेलियाँ
करते हैं दुआ...
........ए खुदा
सुन ले ज़रा ...तुम न मुझको भूल जाना तुम न मुझको भूल जाना,
याद करना याद आना,
जिंदगी तेरे हवाले,
छोड़ दो या मार जाना,
प्यार तेरा बंदगी है,
आज है तुझको बताना,
चाहते हैं लोग सारे,
दाग से दामन बचाना,
ठीक ये बिलकुल नहीं है,
हार कर आंसू बहाना .....
नए साल का धमाल-जूतम पैजार बवाल ……
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चौपाल में डीजे लगाकर नया साल मनाने के लिए मोहल्ले के नवयूवक मनहरण, लीलू,
चंदू, डॉक्टर, तहसीलदार, थानेदार, कोरकु, फ़ागु इत्यादि तैयारियों में जुटे
हैं। ..नववर्ष की बधाई,,,
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*2013*
*नववर्ष की बधाई,*
* *
साल बीत गया दुख में,कोई खुशी नही पाई,
नया साल सुखमय गुजरे,नववर्ष की बधाई!
2012 बीत रहा, क्या खोया क्या पाया...छत्तीसगढ़: एक अटल-प्रतिज्ञा जो पूरी हुई
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*पूर्व प्रधानमंत्री मान. अटल बिहारी वाजपेयी के 89 वें जन्मदिवस पर विशेष लेख*
वह दृश्य अभी भी ऑंखो से ओझल नहीं हो पाया है जब 31 अक्टूबर 2000 को घड़ी
की ...
मेरी अभिव्यक्ति..........-
आज टूटकर आसमां से फिर इक तारा गिरेगा...
किसी ने दिल से अधूरे चाँद की ख्वाहिश की है.
: राकेश जाज्वल्य. 27.12.12 ...इन्कार
- रात के अँधेरे में बैठ कर वो अपने आंसू बहा रहा था। उसे लगता था की वो अब और
जी नही पायेगा। रह रह कर उसे वो घटना याद आती थी। किसी की याद उसे हर समय जला
रही थी। वो एक मामूली सा मास्टर था। जो की कम तनख्वा में सिर्फ अपना खर्च ही
चला सकता था। ऐसे में शायद उसे इस बात का अधिकार ना था की वो किसी से मोहब्बत
करे...मुझे सिर्फ एक ख़ामोशी मिली है........
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आज मुझसे यूँ ही एक दोस्त पूछ बैठी की मैंने कुछ क्यों नही लिखा? दिल्ली वाली
घटना पर मैं उसके इस सवाल पर मेरे पास कोई जवाब नही था और....मैं खामोश
रही....और ...
मैं एक नारी हूँ - हे!सखा कृष्ण मैं एक नारी हूँ , आत्मा हूँ हर युग की मैं एक चुनौती-एक आवहान हूँ ...शाश्वत प्रेम - आज आशीष राय जी के ब्लॉग "युग दृष्टि" से एक कविता --* शाश्वत प्रेम* *आशीष जी अपनी कविता के बारें में कहते हैं---* *"प्रेम की परिभाषा के बारे में कुछ कहना मे...पृथ्वी का पहला व्यक्ति - मैने जब पृथ्वी पर पहला पग रखा सौन्दर्याचारी बना- मां का मुंह निहार फिर बना लोभाचारी-अच्छे स्वादिष्ट भोजन, सुस्वादिक वह सब कुछ जिससे पेट भरता हो तभी प्रेम के ..
10 टिप्पणियाँ:
बहुत सटीक वार्ता है संध्या जी
बढ़िया विश्लेषण.. कार्टून मस्त है।
Badhiya varta, umda links
बढिया वार्ता
अच्छे लिंक्स
बहुत बढ़िया वार्ता ... अच्छे लिंक्स सजाये हैं ।
संध्या जी वर्ष 2012 ने जो चिंगारी छेड़ी है अन्ना जी से निर्भया तक ,जब अकेली जान आधी दुनिया की पूरी तथा इंसानियत की लड़ाई लड़ सकती है मौत को धता बता सकती है तब एक फर्ज़ हमारा
भी है सेकुलर वोट की बात करने वालों को हम भी मुंह की चखाएं .
ब्लॉग वार्ता 4 ,ने ,बड़े मौजू और प्रासंगिक सवाल उठाए हैं हम तैयार हैं बढ़िया नव वर्ष के नए संकल्पों के साथ जो आपने भी दोहरायें हैं .बधाई 2013
बढ़िया ब्लॉग वार्ता।
बहुत आभार संध्या जी मेरी रचना चयन की ......लिंक्स बढ़िया है ...
बढ़िया लिंक्स,सुन्दर वार्ता, आभार !
दीदी नमस्ते बहुत सुन्दर वार्ता है मेरी रचना को स्थान दिया आपके तहे दिल से शुक्रिया, देर से आने के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ, आपका अनुज अरुन
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