रविवार, 23 दिसंबर 2012

कहीं कमी हमारी शिक्षा और संस्कारों में तो नहीं !! .. ब्‍लॉग4वार्ता .. संगीता पुरी



आप सबों को संगीता पुरी का नमस्‍कार , देशभर में हो रहे आंदोलनों के आगे झुकते हुए सरकार ने मामले की जांच एवं महिलाओं की सुरक्षा में सुधार के लिए उपाय सुझाने की खातिर न्यायिक आयोग का गठन करने की घोषणा की। सरकार ने साथ ही यह भी संकेत दिया कि बलात्कार के लिए अधिकतम सजा बढ़ाकर फांसी की जा सकती है। गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने राजधानी दिल्ली में प्रदर्शन बढ़ने के बीच सरकार की ओर से उठाए जाने वाले शृंखलाबद्ध कदमों की घोषणा की। फेसबुक और ब्‍लॉग्‍स में भी इस घटना पर लगातार लिखा जा रहा है , पढिए कल के कुछ महत्‍वपूर्ण पोस्‍ट .....

नारी सिर्फ एक मादा देह नहीं | - नारी सिर्फ एक मादा देह नहीं , प्रकृति की सुन्दरतम रचना है | जैसे तुम हो पुतले हाड़ मास के बने हुए जीती , जागती , साँस लेती है ,वो भी बिलकुल तुम्हारी त... दरिंदगी - शरीर मैं नासूर सा इस समाज में जन्मा कैसा यह दरिंदा जिसने सारे नियम तोड़ सारी कायनात को शर्मसार कर दिया उसकी सबसे हसीन कृति को उसकी अस्मिता को निर्ल...दामिनी - अरुणा .... कौन कौन !!!- यह दामिनी है वह अरुणा थी तब भी एक शोर था आज भी शोर है ......... क्यूँ ? क्यूँ ? क्यूँ ? ............. शोर की ज़रूरत ही नहीं है नहीं है ज़रूरत कौन कब.कविता: कुछ फोटो ऐसे भीमैंने एक रचना सन 1981 में लिखी थी। मेरी ये इच्‍छा थी कि वो सम सामयिक होकर रह जाए.. लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। हमारी व्‍यवस्‍थाएं और हमारी सोच में इन 31 सालों से ज्‍यादा समय के बाद भी ऐसा परिवर्तन नहीं आ सका है कि ये रचना सम सामयिक होकर रह ओ देश के कर्णधारों ……अब तो जागो - कुम्भकर्णी नींद में सोने वालों अब तो जागो ओ देश के कर्णधारों ……अब तो जागो क्या देश की आधी आबादी से तुम्हें सरोकार नहीं क्या तुम्हारे घर में भी उनकी जगह नहीं ...

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आज के लिए बस इतना ही .. मिलते हैं एक ब्रेक के बाद .....




8 टिप्पणियाँ:

कई लिंक हैं आज पढने के लिए |उम्दा संयोजन किया है |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
आशा

अपने ब्‍लॉग को यहॉं देख अभिभूत हूँ। आभारी हूँ आपका। अच्‍छा तो लगता ही है, मेरा आत्‍म-बल भी बढता है। धन्‍यवाद।

बहुत सुन्दर लिंक्स सजाये हैं।

बढ़िया वार्ता .... अच्छे लिंक्स मिले

बेहतरीन लिंक्स संयोजन के लिए आभार....

बहुत अच्छे लिंक्स
आभार संगीता जी...
:-)

बहुत अच्छे लिंक्स के साथ वार्ता ,मेरे लेख को भी इसमें स्थान मिला यह मेरा सौभाग्य है !!

कहीं तो रिक्तता रह गयी है जो यह जघन्यतम परिस्थितियाँ देखने को मिल रही हैं।

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