बुधवार, 12 दिसंबर 2012

मैं कहां शब्‍दों में बांध पायी तुम्‍हें .. ब्‍लॉग4वार्ता .. संगीता पुरी

आप सबों को संगीता पुरी का नमस्‍कार , चुनाव आयोग ने सब्सिडी प्राप्त रसोई गैस सिलेन्डरों की संख्या में गुजरात विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बढ़ोतरी किये जाने के केंद्र सरकार के कदम पर मंगलवार को सख्त ऐतराज जताया और उसे फौरन इस कदम को रोकने को कहा। चुनाव आयोग ने पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री एम वीरप्पा मोइली द्वारा इस सिलसिले में की गई घोषणा को लेकर उनसे कल सुबह तक इस बारे में स्पष्टीकरण भी मांगा है। आयोग ने मोइली की घोषणा के फौरन बाद स्वत: संज्ञान लेते हुए एक आपात बैठक बुलाई। चलिए चुनाव के बहाने भी जनता को जो लाभ मिल जाता है , वह भी रोक दिया उन्‍होने , अब चलिए ब्‍लॉग जगत की सैर पर .....


दिलीप साब! आप चिरायु हों- अमिताभ बच्चन - जन्मदिन विशेष हिंदी सिनेमा के महानतम अभिनेता *दिलीप कुमार* को सदी के महानायक *अमिताभ बच्चन * के रुप में एक प्रिय प्रशंसक प्राप्त हैं. दिलीप कुमार को अमिता...हकीकत ... - उनकी आशिकी में, हमने नाम कमाया है या हुये हैं बदनाम ये जिससे पूंछो,........................ तो वो चुप हो जाता है ? ... उन्हें, फर्जीवाड़े की आदत कुछ...जीवन यात्रा को विराम कब मिलेगा? -10 नवंबर- पूरा दिन जैसे सर्रर्रर्र से बीत गया हो. पूरे हफ्ते की मेहनत का रंग आज दिखा. एक सेमिनार होना था जो खूब अच्छा हो गया. कैम्पस में लोगों से बात करते...ऐसे बचाई जाती है हिन्दी - अपनी खुशी प्रकट करने के लिए कोई किसी को डाँट भी सकता है - यह मैंने नरेश से जाना। कह रहा था - ‘सरजी! इतराइए नहीं! आप जैसे और भी लोग हैं दुनिया में।’

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सह न पाई - देख बदहाली उसकी ,मन को लागी ठेस | प्यारा था पहले कितना ,लोक लुभावन वेश || साथ समय के बदल गया ,रूप रंग वह तेज | शरीर ढांचा रह गया ,चेहरा हुआ निस्तेज || - ...Katju and Phoolan - काटजू और फूलन - Katju and Phoolan -Dilip Mandal दुनिया फूलन देवी को जॉन ऑफ आर्क और आंग सान सू की की लिस्ट में रखकर सलाम करती है (देखें दुनिया की सबसे बड़ी पत्रिका TIME की...सफेद बादलों की लकीर - * 1. **कितनी धुँधली-सी हो गई हैं छवियाँ या आँखों में भर आया है कुछ शायद अतीत की नदी में गोता लगा रही हैं आँखें ! 2. विवेक ने कहा- हाँ, यही उचित है ! ...अलीना माल्दोवा है मेरा नाम -*क्रिस्टीना टोथ की तीन कविताओं की सीरीज 'पूर्वी यूरोप : त्रिफलक' से एक और कविता... * * * * * *पूर्वी यूरोप त्रिफलक : क्रिस्टीना टोथ * (अनुवाद : मनोज पटे...


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कुछ तो है ...- मैं न यशोदा न देवकी मैं न राधा न रुक्मिणी न मीरा नहीं मैं सुदामा न कृष्ण न राम न अहिल्या न उर्मिला न सावित्री .......... मैं कर्ण भी नहीं नहीं किसी क...गज़ल - ३ - ज्यों चकवा देखा करता है हर शाम चांदनी की राहें, ज्यों बेल-लता ढूंढा करती हैं ऊँचे दरख्तों की बाहें, ऐसे ही हाँ, हम ऐसे ही पलकें बिछाये रहते है...शिकायत परिंदों से.....- मेरे हाथ से छिटक कर प्रेम बिखर गया है सारे आकाश में.. देखो सिंदूरी हो गयी है शाम तेरी यादों ने फिर दस्तक दी है हर शाम का सिलसिला है ये अब तो.... कमल ने समे...वेब मीडिया बदल रहा है उपभोक्ताओं का मिजाज -इंटरनेट की शुरुआत से ही कन्वर्जेंस की संभावनाओं के असीमित विकल्प खुल गए थे, पर तकनीकी और कंटेंट के स्तर पर यह बदलाव हमारी मीडिया हैबिट पर किस तरह से असर क...शैतान की प्रेमिका का आना -शैतान ने कई दिनों तक चाहा कि एक तमीजदार आदमी होने की जगह वह सब कुछ भूल जाए। वे सारे शुबहा जो उसे अक्सर रोकते थे मगर वह एक शैतान होने कि ज़िद में उन सब को ...


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आज के लिए बस इतना ही ... मिलते हैं एक ब्रेक के बाद ....


9 टिप्पणियाँ:

बहुत सुंदर वार्ता ... अच्‍छे - अच्‍छे लिंक्‍स मिले... स्थान देने का आभार

मेरे ब्‍लॉग को शामिल कर विस्‍तारित एवम् सम्‍मानित करने के लिए बहुत-बहुत आभार और धन्‍यवाद।

बढ़िया वार्ता संयोजन है |मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद |
आशा

सार्थक सुंदर लिंक्स ....

बहुत सुंदर वार्ता……………उम्दा लिंक्स

बहुत ही अच्‍छे लिंक्‍स संयोजित किये हैं आपने ... आभार

बहुत सुन्दर लिंक्स............

पठनीय लिंक्स का सुंदर चयन।
आभार, संगीता जी।

बहुत प्यारे सूत्र सजाये है

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