आप सबों को संगीता पुरी का नमस्कार , चुनाव आयोग ने सब्सिडी प्राप्त रसोई गैस सिलेन्डरों की संख्या में गुजरात विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बढ़ोतरी किये जाने के केंद्र सरकार के कदम पर मंगलवार को सख्त ऐतराज जताया और उसे फौरन इस कदम को रोकने को कहा। चुनाव आयोग ने पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री एम वीरप्पा मोइली द्वारा इस सिलसिले में की गई घोषणा को लेकर उनसे कल सुबह तक इस बारे में स्पष्टीकरण भी मांगा है। आयोग ने मोइली की घोषणा के फौरन बाद स्वत: संज्ञान लेते हुए एक आपात बैठक बुलाई। चलिए चुनाव के बहाने भी जनता को जो लाभ मिल जाता है , वह भी रोक दिया उन्होने , अब चलिए ब्लॉग जगत की सैर पर .....
दिलीप साब! आप चिरायु हों- अमिताभ बच्चन - जन्मदिन विशेष हिंदी सिनेमा के महानतम अभिनेता *दिलीप कुमार* को सदी के महानायक *अमिताभ बच्चन * के रुप में एक प्रिय प्रशंसक प्राप्त हैं. दिलीप कुमार को अमिता...हकीकत ... - उनकी आशिकी में, हमने नाम कमाया है या हुये हैं बदनाम ये जिससे पूंछो,........................ तो वो चुप हो जाता है ? ... उन्हें, फर्जीवाड़े की आदत कुछ...जीवन यात्रा को विराम कब मिलेगा? -10 नवंबर- पूरा दिन जैसे सर्रर्रर्र से बीत गया हो. पूरे हफ्ते की मेहनत का रंग आज दिखा. एक सेमिनार होना था जो खूब अच्छा हो गया. कैम्पस में लोगों से बात करते...ऐसे बचाई जाती है हिन्दी - अपनी खुशी प्रकट करने के लिए कोई किसी को डाँट भी सकता है - यह मैंने नरेश से जाना। कह रहा था - ‘सरजी! इतराइए नहीं! आप जैसे और भी लोग हैं दुनिया में।’
ब्लॉग और ब्लॉगर की टिप्पणी - मैने कल अभी एक नया ब्लॉग बनाया आज यह दूसरा! आप भी कहेंगे.. पगला गया है! लेकिन यह अनायास बन गया । अब बन गया तो बन गया। हुआ यह कि कल चित्रों का एक ब्लॉग ब...चाहतें..... - * * * **अक्सर होता ऐसा ही है...* *चाहतें किसी की होती हैं...* *निशाना पे भी कोई होता है * *लक्ष्य साधा जाता है उसी पे* *लेकिन...* *बूमरैंग की तरह निशाने ...मैं कहाँ शब्दों में बांध पायी हूँ......तुम्हे ......!!! - मैं कहाँ शब्दों में बांध पायी हूँ.......तुम्हे अब तक जितना भी लिख चुकी हूँ....तुम्हे फिर भी अधुरा-अधुरा सा रहा है..... अभी कहाँ पूरी तरह से जान प...वालमार्ट की रिपोर्ट से कठघरे में सरकार !! - वालमार्ट द्वारा अमेरिकी सीनेट में पेश रिपोर्ट से सरकार कि मुश्किलें तो बढ़ ही गयी है और सरकार खुद कटघरे में खड़ी हो गयी है क्योंकि लोकसभा में सरकार के मंत...
सह न पाई - देख बदहाली उसकी ,मन को लागी ठेस | प्यारा था पहले कितना ,लोक लुभावन वेश || साथ समय के बदल गया ,रूप रंग वह तेज | शरीर ढांचा रह गया ,चेहरा हुआ निस्तेज || - ...Katju and Phoolan - काटजू और फूलन - Katju and Phoolan -Dilip Mandal दुनिया फूलन देवी को जॉन ऑफ आर्क और आंग सान सू की की लिस्ट में रखकर सलाम करती है (देखें दुनिया की सबसे बड़ी पत्रिका TIME की...सफेद बादलों की लकीर - * 1. **कितनी धुँधली-सी हो गई हैं छवियाँ या आँखों में भर आया है कुछ शायद अतीत की नदी में गोता लगा रही हैं आँखें ! 2. विवेक ने कहा- हाँ, यही उचित है ! ...अलीना माल्दोवा है मेरा नाम -*क्रिस्टीना टोथ की तीन कविताओं की सीरीज 'पूर्वी यूरोप : त्रिफलक' से एक और कविता... * * * * * *पूर्वी यूरोप त्रिफलक : क्रिस्टीना टोथ * (अनुवाद : मनोज पटे...
गुजरात विस चुनाव 2012 बनाम नरेंद्र मोदी -गुजरात विधान सभा चुनाव 2012 पर भारत की ही नहीं, बल्कि विश्व की निगाह टिकी हुई है, क्यूंकि नरेंद्र मोदी हैट्रिक बनाने की तरफ अग्रसर हैं, और उनका प्रचार ...ओ..त्तेरी की... -*ओ..त्तेरी की..*. * **तुम भी बड़े वाले हो...माइंड ब्लोइंग, ओ...त्तेरी की...लग गई वॉट...इट इज हॉट...* *चक्कर क्या है? जिसे देखो वही इन शब्दों को दाग रहा है औ...ये जीवन है???... संध्या शर्मा -* * *हर रोज बैठे रहते हैं अकेले कभी टी वी के निर्जीव चित्र देखते कभी मोटे चश्मे से अखबार छानते एक वक़्त था कि फुर्सत ही न थी एक पल उसकी बातें सुनने की ...अरे डॉक्टर यह दिल है मेरा - "अरे डॉक्टर यह दिल है मेरा वह और होंगे जिनका दिल मशीन होता है मेरा दिल लोगों के हंसने पर हंसता है लोगों के रोने पर रोता है स्नेह से देख ले कोई तो इसमें भी क...
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नए राशिफल के लिए लॉगिन करें ... www.gatyatmakjyotish.com - लग्न के आधार पर लिखा जाता है यहां राशि फल .. आनेवाले दिनों के नए राशिफल को जानने के लिए के लिए यहां सब्सक्राइब करें ... www.gatyatmakjyotish.comमैं शून्यकाल का अगीत ………… - मैं शून्यकाल का अगीत तुम हो मोहन मेरे मीत नृत्य करूँ या झांझर बजाऊँ कहो तो मोहन कैसे रिझाऊँ कुछ तो बोलो मेरे मनमीत मै शून्यकाल का अगीत ………… बन मीरा ग...हवा का झोंका ! - *उनका आना ताज़ा हवा के झोंके की तरह खिला देता है तन-मन सूखे मरुथल में गिरती हैं बूंदें उमगने लगती है अमराई झड़ते है सूखे पत्ते और आती दिखती हैं कोपलें छो...दाढ़ी और विद्वान - उसने कहा है - दाढ़ी बढ़ाये लोगों से घिन आती है। ऐसे जन गन्दे होते हैं। मैं सोचता हूँ कि उसने ‘लोग’ कहा है, इसलिये यहाँ स्त्री पुरुष विमर्श की गुंजाइश नहीं...
आज के लिए बस इतना ही ... मिलते हैं एक ब्रेक के बाद ....
9 टिप्पणियाँ:
बहुत सुंदर वार्ता ... अच्छे - अच्छे लिंक्स मिले... स्थान देने का आभार
मेरे ब्लॉग को शामिल कर विस्तारित एवम् सम्मानित करने के लिए बहुत-बहुत आभार और धन्यवाद।
बढ़िया वार्ता संयोजन है |मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद |
आशा
सार्थक सुंदर लिंक्स ....
बहुत सुंदर वार्ता……………उम्दा लिंक्स
बहुत ही अच्छे लिंक्स संयोजित किये हैं आपने ... आभार
बहुत सुन्दर लिंक्स............
पठनीय लिंक्स का सुंदर चयन।
आभार, संगीता जी।
बहुत प्यारे सूत्र सजाये है
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