संध्या शर्मा का नमस्कार.....चुनाव आयोग की आपत्ति के एक दिन बाद पेट्रोलियम मंत्री एम वीरप्पा मोइली
ने बुधवार को कहा कि सस्ते एलपीजी सिलेंडरों की संख्या बढ़ाए जाने पर
फैसला अभी नहीं किया गया है और यदि ऐसा फैसला होता तो इसकी सूचना निर्वाचन
आयोग को जरूर दी गई होती।मोइली ने संवाददाताओं से कहा कि अगर प्रस्ताव तैयार कर लिया गया होता और
इसकी घोषणा करनी होती या फैसले ले लिए गए होते तो निश्चित तौर पर मैंने
चुनाव आयोग को लिखा होता। मोइली ने कहा कि सरकार बार-बार कहती रही है कि
सब्सिडी छह सिलेंडर तक सीमित करने के फैसले की समीक्षा की जा रही है और
उन्होंने मंगलवार को सीआईआई [उद्योग मंडल] के एक कार्यक्रम के दौरान अलग से
संवाददाताओं द्वारा पूछे गए सवाल पर यही बात दोहराई थी। ...देखिये अब आगे क्या फैसला होता है... आइये अब चलें ब्लॉग नगरिया की सैर पर इन लिंक्स के साथ...
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ममता की मिठास ...... माँ की जगह कोई भी नहीं ले सकता। हर औरत को महसूस होता है कि वह अपनी माँ से बेहतर माँ नहीं सकती।..बस यादें रह जाती हैं
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*समय,इंसान,पेड़,पौधे .... कुछ तो नहीं ठहरा है . विधि विधान सही हो तो आत्मा
भी मुक्त हो जाती है . यादों के सिवा कुछ नहीं रह जाता और यदि इतिहास गवाह ना
बने....समय, मनुष्य और मेरी उलझन
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कल जो कुछ हुआ उससे उलझन में हूँ। बड़ा या कि बलवान कौन है - समय या मनुष्य?
कल रात ‘वे’ आए थे। बरसों से उन्हें देखता आ रहा हूँ। सम्पन्नता के सहोदर थे। ...
आपको 12.12.12 की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !
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आपको 12.12.12 की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !
- अशोक बजाज
.हृदय हमारा
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निर्मलतम था हृदय हमारा,
निर्दयता का वृहद ताण्डव,
स्वार्थपरक जीवन का मूल्यन ।
और घृणा के कई बाणों से,
छिला सदा ही हृदय हमारा ।।
लोलुपता का घृणित ...
.. बाहर तकरार देखिये
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कैसा अजीब रिश्ता, व्यवहार देखिये
लड़ते हैं, झगड़ते हैं मगर प्यार देखिये
रहते नहीं जुदा ये कभी बात मजे की
दिल में है प्यार, बाहर तकरार देखिये
बाहर में कहते ....
हिन्दी ब्लॉगरी का दशकोत्सव: लाटदेश का गणचुनाव और सफेद घर शैली
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कालयात्री जी बहुत दिनों से समय ‘में’ यात्रा कर रहे हैं। पुरातन काल के
सन्दर्भों और ग्रंथों की खोज में कुछ भी करने पर आमादा रहते हैं। यहाँ तक कि
सड़क किनार.जीवन यात्रा को विराम कब मिलेगा?
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10 नवंबर-
पूरा दिन जैसे सर्रर्रर्र से बीत गया हो. पूरे हफ्ते की मेहनत का रंग आज दिखा.
एक सेमिनार होना था जो खूब अच्छा हो गया. कैम्पस में लोगों से बात करते.....हकीकत ...
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उनकी आशिकी में, हमने नाम कमाया है या हुये हैं बदनाम
ये जिससे पूंछो,........................ तो वो चुप हो जाता है ?
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उन्हें, फर्जीवाड़े की आदत कुछ..
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मैं शून्यकाल का अगीत …………
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मैं शून्यकाल का अगीत
तुम हो मोहन मेरे मीत
नृत्य करूँ या झांझर बजाऊँ
कहो तो मोहन कैसे रिझाऊँ
कुछ तो बोलो मेरे मनमीत
मै शून्यकाल का अगीत …………
बन मीरा...
गमकती यादें ..../ हाइकु
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यादों की झड़ी
खुशी - गम का साया
आँखों से झरी ।
सुकून मिला
तेरी यादों का टेसू
गमक गया ।
यादों के घेरे
तुम जैसे ...
सितार के सरताज ... पंडित रविशंकर नहीं रहे
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*पंडित रविशंकर ( April 7, 1920 - **December 11, 2012 )*भारत रत्न पंडित
रविशंकर जी को विनम्र श्रद्धांजलि और शत शत नमन !
..सितार के जादूगर पंडित रविशंकर नहीं रहे
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*-: वाईआरएन सर्विस :- *
फेफड़ों के संक्रमण से जूझ रहे मशहूर सितार वादक पंडित रविशंकर का अमरीका में
निधन हो गया है। वो इस समय 92 वर्ष के थे।
भारत रत्न ..पंडित रविशंकर नहीं रहे...खुशदीप
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पंडित रविशंकर
7 अप्रैल 1920-11 दिसंबर 2012
*सुप्रसिद्ध सितारवादक और संगीतज्ञ पंडित रवि शंकर का 11 दिसंबर को अमेरिका के
शहर सैन डिएगो में निधन हो गया...92 सा...
मैं दफ्तर आया था अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र देने --
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शनिवार को एक बजे अस्पताल से निकला ही था कि एक फोन आया -- डॉ साहब , मैं आपके
अस्पताल से ही बोल रहा हूँ। आप निकल गए क्या ? मैंने पूछा -- आप कौन बोल रहे
हैं?...ओ..त्तेरी की...
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*ओ..त्तेरी की..*.
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**तुम भी बड़े वाले हो...माइंड ब्लोइंग, ओ...त्तेरी की...लग गई वॉट...इट इज
हॉट...*
*चक्कर क्या है? जिसे देखो वही इन शब्दों को दाग रहा है ...अरे डॉक्टर यह दिल है मेरा
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"अरे डॉक्टर यह दिल है मेरा
वह और होंगे जिनका दिल मशीन होता है
मेरा दिल लोगों के हंसने पर हंसता है
लोगों के रोने पर रोता है
स्नेह से देख ले कोई तो इसमें भी क...
" तिथियों से परे............" -
तुम परे हो ,
तिथियों से ,
रहो सदा ,
'अ-तिथि' बन कर |
बाट जोहूँ ,
आस छोड़ दूं ,
आ जाओ ,
तुम आहट बन कर |
नींद खो जाए ,
चैन बिछड़ जाए ,
आ जाओ तुम ,
ख़्वाब ....जाड़े की नर्म धूप ......
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बादलों संग खेलते कूदते
मंद सूरज की
मस्ती में
जाड़े की नर्म धूप
पूनम के चाँद की
बिखरती चाँदनी
की तरह
बंद आँखों के पार
मन के शून्य में
अपने
क्षणिक एहसास के ...शादी की पहली रात....
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*शादी की पहली रात को नवविवाहित जोड़े ने तय किया की वो सुबह कोई भी बिना कारण
दरवाजा खटखटाएगा तो वो दरवाजा नहीं खोलेंगे.
सुबह पति के माँ ने दरवाजा खटखटाया.
दो..
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अगली वार्ता तक के लिए इजाज़त दीजिये नमस्कार........
Posted in: ब्लॉग 4 वार्ता... संध्या शर्मा
6 टिप्पणियाँ:
प.रविशंकर जी को विनम्ब्र श्रद्धान्जली |शत शत नमन |
प.रविशंकर जी को विनम्र श्रद्धान्जली बढ़िया वार्ता दी बधाई
RECENT POST चाह है उसकी मुझे पागल बनाये
अच्छे लिंक्स मिले ..सुन्दर वार्ता.
बहुत बढिया लिंक्स
बहुत सी सामग्री मिली पढ़ने को ... आब जाते हैं एक एक करके .... आभार
बहुत ही सुन्दर सूत्र.
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