संगीता पुरी का नमस्कार , 21 दिसंबर 2012 का प्रवेश हो चुका है , अभी तक कहीं प्रलय की कोई सूचना नहीं , भूकम्प के मामूली झटके की सूचना मिली है । गुजरात में नरेन्द्र मोदी के हैट्रिक के मौके पर लोग खुशी मना रहे हैं। बहुत सारे ब्लोगरों ने भी इस मौके पर अपने भाव व्यक्त किए हैं , इस पोस्ट के माध्यम से आपको लिए चलते हैं उस ओर ......
गुजरात की जनता ने एक बार फिर नरेन्द्र मोदी के हाथों में गुजरात की बागडोर सौंप दी हैं। इस बार भी भारी बहुमत के साथ नरेन्द्र मोदी सत्तारुढ़ हुए हैं। ये अलग बात हैं कि इस भारी जीत को उनके विरोधी पचा नहीं रहे हैं, और फिर धर्मनिरपेक्षता की दुहाई देते हुए, उन्हें धर्मनिरपेक्ष बताने से इनकार कर रहे हैं। इसकी शुरुआत, बिहार से ही हुई हैं।
मोदी से ही जीत है.... बिन मोदी के हार..... बीजेपी के सभी दिग्गजों को ये अहसास हो गया होगा.....हिमाचल में सबकुछ था, विकास की ताबीर थी, भ्रष्टाचार और महंगाई पर कांग्रेस को घेरने का मुद्दा था... नहीं था तो मोदी जैसा कोई चेहरा....जो पार्टी को जीत के रास्ते पर लेकर जाता....
अपनी पहली बुक 'द व्हाइट टाइगर' से धूम मचाने देने वाले अरविंद अडिगा को अगर अपनी दूसरी बुक लिखने का मन करे तो वो नरेंद्र मोदी पर लिख सकते हैं, क्यूंकि नरेंद्र मोदी भी 'अरविंद अडिगा' की किताब 'द व्हाइट टाइगर' के किरदार की तरह काफी उतार चढ़ावों से गुजरते हुए गुजरात की सत्ता पर विराजमान हुए हैं। नरेंद्र मोदी का जन्म उत्तर गुजरात में पड़तते वडनगर कस्बे के एक मध्य वर्गीय परिवार में हुआ।
जैसा की गुजरात चुनाव के नतीजे आज आ गए और नरेंद्र मोदी पुनः बहुमत के साथ गुजरात की सत्ता पर काबिज होने जा रहे हैं। हालांकि ये बात लगभग तय थी की नरेंद्र मोदी की सरकार गुजरात मे दोबारा आने वाली है , अब गुजरात चुनावों के फैसले के बाद कई बातें निकलकर सामने आई है । सबसे स्वाभाविक बात ये है की नरेंद्र मोदी ने खुद को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदार के रूप मे स्थापित कर लिया है ।
गुजरात में नरेंद्र मोदी ने जीत की हैट्रिक लगा दी है। यह मोदी की लगातार तीसरी और भाजपा की लगातार पांचवीं जीत है। तय मानिए यह जीत गुजरात का विकास और नरेंद्र मोदी के हिंदुत्व की है। यह जीत नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिए जीत है। 182 सीट वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 115 सीटों पर जीत दर्ज कर एक बार फिर इतिहास रच दिया है। यह वाकई नरेंद्र मोदी की महाविजय है और इस महाविजय के कई मायने हैं।
मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में सत्ता की हैट्रिक लगाने का श्रेय प्रदेश की जनता और देश का भला चाहने वाले हर नागरिक को दिया। उन्होंने कहा कि आज की जीत का हीरो उनकी छह करोड़ गुजराती जनता है जिसने परिपक्वता दिखाते हुए झूठ के माहौल के बीच सत्य को खोज निकाला और एक बार फिर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाई।
मोदी का कद भाजपा में लगातार बढ़ रहा हैहाल के वर्षों में भारत की राजनीति में नरेंद्र मोदी जैसे चंद राजनेता ही नजर आते हैं जिन्होंने जनमत को इतना प्रभावित और धुव्रीकृत किया है.ये जुमला नरेंद्र मोदी पर बिल्कुल सही बैठता है कि आप उन्हें प्यार करें या नफरत करें, लेकिन अनदेखा नहीं कर सकते. भले ही मोदी के दामन पर 2002 के दंगों के दाग हों, लेकिन दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी में उन्हें प्रधानमंत्री पद का सबसे प्रबल दावेदार भी माना जा रहा है.
जैसा कि सबको पता था, आपको हमको, और पूरे हिंदुस्तान को। हुआ वही। गुजरात में मोदी मैदान मार गए। पता तो अशोक गहलोत को भी था। सोनिया गांधी को और राहुल गांधी को भी। लेकिन फिर भी सारे के सारे गुजरात गए। बहुत सारे नेताओं को भी साथ ले गए। पता था कि हारेंगे। बुरी तरह हारेंगे। फिर भी गए। जाना पड़ता है। नहीं जाते, तो लड़ने से पहले ही हार जाते।
अब वार्ता को देते हैं विराम .. मिलते हैं एक ब्रेक के बाद .......
6 टिप्पणियाँ:
Badhiya varta ke sath umda links ..... jiit ki badhai :)
सुन्दर सजाये हुये सूत्र..
्बढिया वार्ता
बहुत बढ़िया वार्ता, बेहतरीन लिंक्स... आभार
बेहतरीन लिंक्स के साथ सजी सुंदर वार्ता.....
Hi!
Please accept my blog in your library...
Negative Attitude-हिंदी ब्लॉग
http://negativeattituder.blogspot.in/
Warm regards,
Rahul
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