गुरुवार, 17 फ़रवरी 2011

छुट्टी का दिन - ब्लॉग 4 वार्ता - अजय कुमार झा

आज छुट्टी का दिन था सो , शिवम भाई ने वार्ता की मेज पर हमें भी बैठाल दिया आज कि .....चलिए जब पढ रहे हैं तो फ़िरलगे हाथ उनको समेटते भी चलिए हमने कहा कि ठीक है॥गोया ये तो बसंती इश्टाईल हो गया कि ......पोस्ट भी पढलिए और वार्ता भी सजा ली .... तो सबसे पहिले ही द्विवेदी जीके पोस्ट पर पहुंचे तो देखते हैं कि नेता जी को का समझाईश दिए हैं और.....क्या उपयोग किया है दोनों जूतों का ...एक से नेता जी गए और दूसरे से ...माननीय ॥ बांचिए


वाह! सांसद जी ........ वाह ! ...... कमाल किया आप ने ! ...... अब जरा तैयार हो जाइए!


सासंद जी,
हर बार इलाके में वोट मांगने आए। कुछ ने आप का विश्वास किया, कुछ को आपने जैसे-तैसे-ऐसे-वैसे पटाया। आप के पिटारे में लाखों वोट इकट्ठे होते रहे और आप संसद में जाते रहे। वहाँ गए तो आप ने संविधान की कसम ली कि आप देश की जनता की भलाई के लिए काम करेंगे। आप वहाँ गए थे, सरकार चुने जाने के लिए नफरी बढ़ाने, कानून बनाने पर अपनी मोहर लगाने, जनता की बात कहने और उस के लिए लड़ने के लिए, जनता को न्याय दिलाने के लिए। पर क्या आप का कर्तव्य यह भी नहीं बनता था क्या कि आप कानून के रखवाले भी बने रहें। आप के सामने कानून की धज्जियाँ उड़ गईं, आप उन धज्जियों को घोल कर पी गए और बीस बरस तक सांस भी नहीं ली। इस बीच आप जाने क्या क्या कहते रहे, लेकिन यह बात कैसे इतने दिन पची रही। आप को कभी उलटी नहीं आई?


आगे बढे तो देखे कि अंशुमाला जी ने टैक्स लेने देने के मौसम का भरपूर लाभ उठाते हुए एक्के पोस्ट में सबको, पूरा का पूरा ही धो डाला ........हाय कि कोई तो बचा होता ॥देखिए


हम टैक्स बचाते है चुराते नहीं - - - - - - -mangopeople

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मार्च आने वाला है सब लगे है अपना अपना टैक्स चुराने उप्स बचाने में कैसे कितना टैक्स बचा ले | नौकरी पेशा वालो में ज्यादातर तो पहले ही अपना अपना इंतजाम कर चुके है लेकिन अपना काम धंधा करने वाले और नौकरी के अलावा साईड इनकम वाले पैसे ठिकाने लगने में लगे हुए है | मुझे लगता है की वो लोग बेफकुफी करते है, टैक्स बचाना ( चुराना ) कोई एक या दो महीने का काम नहीं है ये तो पूरे साल चलने वाली सतत गतिविधि है जो निरंतर चलते रहनी चाहिए ना की फ़रवरी में कर हड़बड़ी करनी चाहिए | टैक्स बचाऊ मौसम में मेरा एक प्रकाशित लेख फिर से प्रकाशित कर रही हूं कुछ संसोधनो के साथ ताकि जो बेचारा आम आदमी अब तक ये ना कर सका हो उसे कुछ उपाय पता चले अपने करो को बचाने के |


अरे यार एक तो फ़ेसबुक पर लगातार टिप्पा टिप्पी चलते रहता है ॥इसलिए ध्यान बंटा जाता है ....आते हैं रुकिए

हां चलिए आगे बढें ओहो ...मक्खन जी आज कौन शौक फ़रमा रहे हैं अरे नहीं तो शॉक थेरेपी है कोई तो देखिए जी प्रिव्यू

शौरी की शॉक थेरेपी ...खुशदीप

आज से करीब डेढ़ साल पहले 24 अगस्त 2009 को अरुण शौरी ने बीजेपी नेतृ्त्व के लिए हंप्टी-डंप्टी और एलिस इन ब्लंडरलैंड जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था...उस वक्त बीजेपी की कमान राजनाथ सिंह के हाथों में थी...अरुण शौरी ने बीजेपी में रहते हुए ही जिस तरह पार्टी नेतृत्व पर प्रहार किया था वैसा प्रहार तो बीजेपी के विरोधी दलों ने भी कभी नहीं किया...पत्रकारिता में धाक जमा कर राजनीति में आए शौरी शब्दों का इस्तेमाल करना अच्छी तरह जानते हैं...

हां अब आगे देखें , कि क्या माल पतरा मिलता है ओह नवीन प्रकाश जी , आज क्या लाए हैं महाराज ॥क्या बात कर रहे हैं ....रंगीन टिप्पणियां ......यानि कमेंट इन डिफ़रेंट ...देखिए

आपके ब्लॉग पर रंग बिरंगी टिप्पणियाँ



अरिस्स बाप रे डॉ....साहब , आज क्या बता रहे हैं देखिए तो

पान से भी होता है पायरिया

इस 26वर्षीय युवक के मुंह की तस्वीर से यह दिख रहा है कि इसे पायरिया रोग हैडाक्टरी भाषा में इसे Chronic gingivitis कहते हैं.. इस की परेशानी यह है कि वह जब भी ब्रुश करता है तो उस के मसूड़ों से रक्त निकलने लगता है। पायरिया रोग का यह एक अहम् लक्षण है, अन्य लक्षण जो इस फोटो में देखे जा सकते हैं ..

सूजे हुये मसूड़े जिन का रंग लाल हो चुका है
दांतों पर टॉरटर जमा हुआ है
नार्मल मसूड़ों में एक फीचर – stippling – इस के मसूड़ों से गायब है, इस का मतलब यह है कि सामान्य मसूड़े को देखने पर उनका टैक्श्चर बिल्कुल संतरे के छिलके जैसा लगता है, जो कि पायरिया में गायब हो जाता है.



बाप रे बाप ...ओह अब आगे चलना चाहिए , चलिए अब आप लोगों को rapid fire round , की तरफ़ लिए चलते हैं

नोकिया और माईक्रोसॉफ़्ट , एक मोबाईल कंपनी एक कंप्यूटर .....दुनो को एके पोस्ट में ठेल दिए हैं


वो ऐसे ही थे () , और आपके दिल के बहुत करीब थे , है ?


और वो कुत्ता मुझे सीरियस कर गया..., ओह इसका मतलब कि कुत्ता भी सीरियस ही था



हम चाहते तो हैं कि भ्रष्टाचार हट जाए तो फिर भ्रष्टाचार आखिर हटता क्यों नहीं?,

कैसे हटेगा महाराज ..... कोई बाघ थोडी है कि बिला जाएगा ...... तो ससुरा कुकुर है ...बढता ही जाता है

फ़ेसबुकिया जोगीरा ... अरिस्स , जोगीरा सारारारा , वाला जी ...जमाईये जमाईये


क्या मेजबानों की किस्मत चमकेगी : अरे चमके , सट्टेबाजों की तो चमकेगी ,,,,,काफ़ी है


काश मैं टेडी बीयर होता :, अमां तो अब तक कौनो ना कौनो हसीना की गोद में पडे होते और का होता ?



जब डा आदमी बनूंगा तो कैसा लगेगा : बडा ही हरा हरा फ़ील होगा जी , अरे हम कह रहे हैं न


तीन ख्वाब , दो फ़ोन कॉल्स और एक रुकी हुई घडी : यानि कुल मिला के पाल ले इक रोग नादां



बुच्चन कहां है ?..... इसी पोस्ट पर है और कहां



कैसा होगा हमारा "तहरीर " , खुदे देखिए शुरूआत हो चुकी है



सुन्नर पांडे की पतोहु : आज सफ़ेद घर में देखी गई है



अमर सिंह का फ़ोन टेप करके सरकार ने airtel वालों को caller tune बनाने के लिए कहा है
और यही खबर .....हम बांचे हैं .........

चलिए अब हम उठते हैं मेज पर से............राम राम जी

11 टिप्पणियाँ:

बेहतरीन चर्चा के लिए आभार ...अभी पहला लिंक खोला है ! शुभकामनायें

वाह अजय भाई आज खूब सजी है वार्ता ... जय हो महाराज ! छुट्टी का पूरा फायेदा उठाया है आपने !

बढिया रंग-बिरंगी वार्ता लगाई झा जी

आभार

वाह! क्या बात है!!! बेहतरीन वार्ता जनाब!

झा जी उम्दा कहिन ई हां भी

एकदम भैया जी इश्माइल वाला वार्ता लगाये हैं भाई...
एयरटेल का कालर ट्यून और अमर सिंह... हा हा हंसी रुकिए नहीं रहा है....

बहुत बढिया लिंक्स लगाये हैं।

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