आज छुट्टी का दिन था सो , शिवम भाई ने वार्ता की मेज पर हमें भी बैठाल दिया आज कि .....चलिए जब पढ रहे हैं तो फ़िरलगे हाथ उनको समेटते भी चलिए । हमने कहा कि ठीक है॥गोया ये तो बसंती इश्टाईल हो गया कि ......पोस्ट भी पढलिए और वार्ता भी सजा ली ....। तो सबसे पहिले ही द्विवेदी जीके पोस्ट पर पहुंचे तो देखते हैं कि नेता जी को का समझाईश दिए हैं और.....क्या उपयोग किया है दोनों जूतों का ...एक से नेता जी गए और दूसरे से ...माननीय ॥ बांचिए
वाह! सांसद जी ........ वाह ! ...... कमाल किया आप ने ! ...... अब जरा तैयार हो जाइए!
सासंद जी,आप हर बार इलाके में वोट मांगने आए। कुछ ने आप का विश्वास किया, कुछ को आपने जैसे-तैसे-ऐसे-वैसे पटाया। आप के पिटारे में लाखों वोट इकट्ठे होते रहे और आप संसद में जाते रहे। वहाँ गए तो आप ने संविधान की कसम ली कि आप देश की जनता की भलाई के लिए काम करेंगे। आप वहाँ गए थे, सरकार चुने जाने के लिए नफरी बढ़ाने, कानून बनाने पर अपनी मोहर लगाने, जनता की बात कहने और उस के लिए लड़ने के लिए, जनता को न्याय दिलाने के लिए। पर क्या आप का कर्तव्य यह भी नहीं बनता था क्या कि आप कानून के रखवाले भी बने रहें। आप के सामने कानून की धज्जियाँ उड़ गईं, आप उन धज्जियों को घोल कर पी गए और बीस बरस तक सांस भी नहीं ली। इस बीच आप न जाने क्या क्या कहते रहे, लेकिन यह बात कैसे इतने दिन पची रही। आप को कभी उलटी नहीं आई?
आगे बढे तो देखे कि अंशुमाला जी ने टैक्स लेने देने के मौसम का भरपूर लाभ उठाते हुए एक्के पोस्ट में सबको, पूरा का पूरा ही धो डाला ........हाय कि कोई तो बचा होता ॥देखिए
हम टैक्स बचाते है चुराते नहीं - - - - - - -mangopeople
मार्च आने वाला है सब लगे है अपना अपना टैक्स चुराने उप्स बचाने में कैसे कितना टैक्स बचा ले | नौकरी पेशा वालो में ज्यादातर तो पहले ही अपना अपना इंतजाम कर चुके है लेकिन अपना काम धंधा करने वाले और नौकरी के अलावा साईड इनकम वाले पैसे ठिकाने लगने में लगे हुए है | मुझे लगता है की वो लोग बेफकुफी करते है, टैक्स बचाना ( चुराना ) कोई एक या दो महीने का काम नहीं है ये तो पूरे साल चलने वाली सतत गतिविधि है जो निरंतर चलते रहनी चाहिए ना की फ़रवरी में आ कर हड़बड़ी करनी चाहिए | टैक्स बचाऊ मौसम में मेरा एक प्रकाशित लेख फिर से प्रकाशित कर रही हूं कुछ संसोधनो के साथ ताकि जो बेचारा आम आदमी अब तक ये ना कर सका हो उसे कुछ उपाय पता चले अपने करो को बचाने के |
अरे यार एक तो ई फ़ेसबुक पर लगातार टिप्पा टिप्पी चलते रहता है न ॥इसलिए ध्यान बंटा जाता है ....आते हैं रुकिए ॥
हां चलिए आगे बढें ओहो ...मक्खन जी आज कौन शौक फ़रमा रहे हैं अरे नहीं ई तो शॉक थेरेपी है कोई तो देखिए जी प्रिव्यू
शौरी की शॉक थेरेपी ...खुशदीप
11 टिप्पणियाँ:
बहुत रचनात्मक चर्चा है।
अच्छी रही चर्चा.
बेहतरीन चर्चा के लिए आभार ...अभी पहला लिंक खोला है ! शुभकामनायें
वाह अजय भाई आज खूब सजी है वार्ता ... जय हो महाराज ! छुट्टी का पूरा फायेदा उठाया है आपने !
बढिया रंग-बिरंगी वार्ता लगाई झा जी
आभार
वाह! क्या बात है!!! बेहतरीन वार्ता जनाब!
झा जी उम्दा कहिन ई हां भी
एकदम भैया जी इश्माइल वाला वार्ता लगाये हैं भाई...
एयरटेल का कालर ट्यून और अमर सिंह... हा हा हंसी रुकिए नहीं रहा है....
मस्त चर्चा जी
बहुत बढिया लिंक्स लगाये हैं।
achhi varta
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी में किसी भी तरह का लिंक न लगाएं।
लिंक लगाने पर आपकी टिप्पणी हटा दी जाएगी।