रविवार, 20 फ़रवरी 2011

क्रिकेट के महाकुंभ की शुरुआत, भारतीय टीम को शुभकामनाएं..... ब्लॉग4वार्ता - देव कुमार झा

सभी मित्रों को देव बाबा की राम राम,

बन्धुओं क्रिकेट का महाकुंभ शुरु हो चुका है, देश फ़िर से क्रिकेटिया रंग में डूबनें को तैयार है, फ़िर से आफ़िसों में सिक-लीव की एप्लीकेशन बढेगी, लोग अधिक बीमार पडेंगे... हा हा, अरे भई घर बैठे मैच का आनन्द और कैसे लेंगे... फ़िर से सडके वीरान होंगी, लोग दीवानगी की हदें पार करेंगे...... बस भईया क्रिकेट अगले डेढ महीनें हिन्दुस्तान क्रिक्रेट खाएगा, क्रिकेट पीएगा... क्रिकेट ही जियेगा....  चलिए इसी खुमारी को और आगे बढाया जाए.... और आईए आज की वार्ता को क्रिकेटिया रंग में ही देखा जाए...

२५ जून १९८३..... शायद यह वह दिन था जिसे कोई भी हिन्दुस्तानी क्रिकेट प्रेमी कभी भूल नहीं सकता.... किसी नें नहीं सोचा था की भारत क्रिकेट का सरताज़ बनेगा। मगर दुनियां नें इस करिश्में को देखा...

कपिल देव के शब्द... जेहन में बसा है 25 जून 1983 - कपिल देव

"मुझे याद नहीं आता कि कभी 25 जून, 1983 मेरे जेहन से निकला हो। भारत ने उस दिन करिश्मा किया था। हम क्रिकेट में व‌र्ल्ड चैम्पियन बन गए थे। उस विश्व कप से पहले किसी क्रिकेट प्रेमी ने कल्पना भी नहीं की थी कि भारत को विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल होगा। विश्व कप खेलने के लिए जाने से पहले मैं अपनी मां से मिलने चंडीगढ़ गया था। उनका आशीर्वाद लेने के लिए मैंने जब उनके चरणस्पर्श किए तो उन्होंने कहा, ''कुक्कू, भगवान करे तू कप लेकर आए''। मैं तो मानता हूं कि मां के आशीर्वाद ने ही मुझे उस कप को उठाने का मौका दिया।"

एक और किस्सा सन तिरासी का, 1983 में विश्वकप जीतने वाली कपिल देव की टीम को पुरस्कार देने के लिए भी बीसीसीआई के पास पैसे नहीं थे। टीम के वरिष्ठ सदस्य सुनील गावस्कर ने बीसीसीआई के तत्कालीन अध्यक्ष एन.के.पी. साल्वे से आकर कहा, "अब हमने विश्वकप जीत लिया है तो हमें क्या मिलेगा?" साल्वे ने कहा, "..न तो मेरे पास और न ही बोर्ड के पास कोई पैसा है। पर हम कोशिश करेंगे और टीम को दो लाख रुपए देंगे।" तब गावस्कर ने कहा, "हम कोई टिप नहीं माग रहे हैं, सर।" हैरान साल्वे ने लता मंगेशकर से संपर्क किया और कहा कि वे उनका एक कार्यक्रम करवा कर टीम के लिए पैसा इकट्ठा करना चाहते हैं। बात देश का सिर ऊँचा करने वाले खिलाड़ियों के सम्मान की थी, सो लता जी भी खुशी-खुशी राजी हो गईं।

तो भैया यह तो रही बाद १९८३ के विश्वकप की यादों की.... अब बात की जाए आज से शुरु हुए विश्वकप की, बोले तो टीम इंडिया अपने अभियान की शुरुआत कर चुकी है... पहले ही मैच में दो शतक!! पहले ही मैच में भारतीय टीम अपनें इरादे जता चुकी है, बांग्लादेश जो २००७ विश्व कप में भारत की हार की सबसे बडी वजह था.... आज अपनें घरेलू मैदान में ही निपट लिया...

चलिए विश्व कप में विजय रथ चलता रहे,
कप अपनें ही घर आए....
इसी विश्वास के साथ टीम इंडिया को हमारी शुभकामनाएं...
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अब भाई आगे की वार्ता सजाई जाए...

हैव सम इश्टाईल , हैव सम इश्माईल …जोगीरा सारारारारारारारारा :- भईया जी ईश्माईल....

कामकाज छोड़ टीवी से चिपके रहे क्रिकेट प्रेमी :- भईया यह तो होना ही था

फिल्‍म समीक्षा : 7 खून माफ :- वर्ल्ड कप के दौरान फ़िल्म रिलीज करी है यार... भगवान ही मालिक है इसका तो....

फिर भी जीवन में कुछ तो है :- वाह वाह....

अपनी चाहत पा जाउंगी :- आमीन....

मुन्नी की बदनामी पर अरबाज खूब मुस्कुरा रहे हैं :- आप भी मुस्कुराईए....

जाड़े की वो रात-- (That February Night) :- बर्फ़ देख के ठंडी लग गई भईया...

मीन लग्‍नवालों के विभिन्‍न संदर्भों का आपस में सहसंबंध ... :- मीन राषि पर अच्छी जानकारी...

खुशियां बरसतीं नहीं, ढूंढनी पड़ती हैं...खुशदीप :- जी बिल्कुल.... तभी तो आज आराम से बैठकर मैच का आनन्द लिया आज :-)

कविता के बारे में – तीसरा भाग :- शिवराम को नमन... बहुत ही उम्दा लेख

मेरी ९ वीं वैवाहिक वर्षगांठ :- बधाई हो बधाई....

(चित्रावलियाँ) राजिम कुंभ से लौटकर -- ललित शर्मा :- वाह वाह, मोबाईल कैमरे का परफ़ार्मेंस लाज़वाब है भाई

रिक्ति सूचना :- आवेदन भेजिए भाई....

नवगीत :: गुप्त गोदावरी होकर बहो मुझमें बहो! :- बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति....

मधुयामिनी - डा. कुमार विश्वास :- बहुत सुन्दर

अब आपको एक चित्र दिखाते हैं...... देश में हो रहे क्रिकेटिया फ़ीवर के बीच का एक चित्र......

इनके जज्बे को सलाम......

चलिए आशा है  भारतीय टीम अच्छे खेल का प्रदर्शन करेगी, और ब्लॉग4वार्ता  के मंच से हम देशवासियों से अपील करेंगे की अपना संयम बनाएं रखें, खेल को खेल के समान आनन्द और उल्लास के साथ देखिए.... वैसे जीत का कोई जुगाड या शार्ट-कट नही है, मगर बाकी हर जगह तो भईया जुगाड फ़िट है..... यकीन ना आए तो फ़िर यह जुगाड़ देखिए.....


आज की वार्ता यहीं तक, फ़िर मिलेंगे....  हिन्दुस्तानियों के क्रिकेटिया जुनून को सलाम के साथ....

जय हिन्द
देव कुमार झा

9 टिप्पणियाँ:

बढिया वार्ता के लिए बधाई

आभार

देव बाबु खूब मौज ले रहे हो आजकल ... कल तो शायद टीवी से ही चिपके ही रहे हो ... चलो बढ़िया भईया ...
वार्ता मस्त लगी भाई ... हमारी पोस्ट को इतना मान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद !
यह सच है इस बार हर भारत वासी का दिल यही दुआ कर रहा कि यह कप अपने ही हाथ आये ... वैसे टीम तो अपनी जान लगा ही देगी ! हमारी हार्दिक शुभकामनाएं टीम इंडिया के साथ है !

अगर आपको समय मिले तो मेरे ब्लॉग http://www.sirfiraa.blogspot.com और http://www.rksirfiraa.blogspot.com पर अपने ब्लॉग का "सहयोगियों की ब्लॉग सूची" और "मेरे मित्रों के ब्लॉग" कालम में अवलोकन करें. सभी ब्लोग्गर लेखकों से विन्रम अनुरोध/सुझाव: अगर आप सभी भी अपने पंसदीदा ब्लोगों को अपने ब्लॉग पर एक कालम "सहयोगियों की ब्लॉग सूची" या "मेरे मित्रों के ब्लॉग" आदि के नाम से बनाकर दूसरों के ब्लोगों को प्रदर्शित करें तब अन्य ब्लॉग लेखक/पाठकों को इसकी जानकारी प्राप्त हो जाएगी कि-किस ब्लॉग लेखक ने अपने ब्लॉग पर क्या महत्वपूर्ण सामग्री प्रकाशित की है. इससे पाठकों की संख्या अधिक होगी और सभी ब्लॉग लेखक एक ब्लॉग परिवार के रूप में जुड़ सकेंगे. आप इस सन्दर्भ में अपने विचारों से अवगत कराने की कृपया करें. निष्पक्ष, निडर, अपराध विरोधी व आजाद विचारधारा वाला प्रकाशक, मुद्रक, संपादक, स्वतंत्र पत्रकार, कवि व लेखक रमेश कुमार जैन उर्फ़ "सिरफिरा" फ़ोन:9868262751, 9910350461 email: sirfiraa@gmail.com

बहुत अच्‍छी लगी यह वार्ता .. काम के ढेर सारे लिंक मिले .. और साथ में टिप्‍पणियां भी लाजबाब हैं !!

बाह बाह ..का वार्ता जमाए हैं देव बाबा हो । एकदम से चुन चुन के लाए हैं । लगे रहिए लगे रहिए

बहुत अच्छी रही वार्ता
आशा

बढिया वार्ता ..........बहुत सुंदर

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