शनिवार, 17 सितंबर 2011

सात तालों में बंद मन पखेरू फ़िर उड़ चला ---- ब्लॉग4वार्ता --- ललित शर्मा

ललित शर्मा का  नमस्कार, सत्यानाश तो पहले ही था, अब मनमोहनी सरकार सवा सत्यानाश पर उतारू है. पेट्रोल का मूल्य फिर बढ़ा दिया. कांग्रेस की सरकार के रहते पेट्रोल १०० रूपये लीटर तक पहुँच जायेगा. जितने भी घोटाले हुए हैं उनकी क्षतिपूर्ति पेट्रोल से ही करने का ठोस इरादा सरकार ने कर लिया है. मंहगाई तो सर चढ़ कर बोल रही है. जब-जब कांग्रेस सरकार सत्ता में आती है, मंहगाई बढ़ाने के अलावा कोई काम नहीं होता. २ जी, ३ जी का हिसाब अब जनता ही लेगी आने वाले चुनाव में. तब तक हम सैर करते हैं ब्लॉग नगरिया की और पढ़ते हैं कुछ उम्दा चिट्ठे..........


मेरे देश की माटी तुझको सौ-सौ बार प्रणाम : पवन दीवान -छत्तीसगढ़ की साहित्यिक एवं सांस्कृतिक फिजा से उभरे दीवान जी ने महानदी के सुरम्य तट को अपनी कर्मस्थली बनाई और राजिम जैसे नगर को अपनी आंतरिक सोच के साँचे म...कितना समझाया है मन मतवाले....==600वीं पोस्ट -अभी एक घंटे पहले जब अपनी पोस्ट लगाई तो पता चला कि अगली पोस्ट की संख्या 600होगी। सोचा कि कल कोई अच्छी सी पोस्ट को लगा कर 600 की संख्या का उत्सव मनाया जाये...छत्तीसगढ़ के हस्त शिल्प विकास हेतु कटिबद्ध मेजर अनिल सिंग प्रदेश में हस्तशिल्प से जुड़े मेहनतकश कलाकारों के क्षमता विकास और तकनीकी उन्नयन के लिए किए जा रहे प्रयासों से छत्तीसगढ़ की हस्तकला और कलाकारों को एक नई पहच...मछली जल दी रानी वे...खुशदीपमक्खनी को मक्खन से बड़ी शिकायत थी कि वो बेटे गुल्ली की पढ़ाई पर बिल्कुल ध्यान नहीं देता... कई दिन ताने सुनने के बाद मक्खन परेशान हो गया... -------------...तुम्हारे लिए....! -मैंने मासूम बहारों में तुझे देखा है मैंने मोहूम इशारों में तुझे देखा है मेरे महबूब! तेरी पर्दानशीं की कसम मैंने अश्कों कि कतारों में तुझे देखा है..... -साह...

संता शि‍कारी, प्रार्थनाएं, गुलाबो और अगली पगलीसंता सिर पर शि‍कारी टोपी, पैरों में गम बूट और कंधे पर गन टांगे, सपरिवार एक अभ्यारण्य (वाइल्ड लाइफ सेन्चुरी ) में घूमने फिरने गया। एक जगह पर अचानक एक शेर ने ...लोग सही बातों का गलत मतलब लगा लेते हैं लोग गिरगिट की तरह रंग बदल लेते हैं लोग अपने हिस्से की खुशी लेकर भी संतुष्ट नहीं दूसरों के हिस्से की खुशी झपट लेते हैं लो...बहने लगे आंसू... संध्या शर्मा*फिर चोट लगी भर आई आँखे पर आंसू नहीं बहे नहीं बहने दिया उन्हें अपने सीने से लगा लिया छुपा लिया... फिर टूटे ख्वाब रोया दिल भर आई आँखे पर आंसू नहीं बहे खुद क...कहीं आप भी खुद को "गांधी" तो नहीं समझ रहे ? जब रोम जल रहा था तो "नीरो" शहनाई बजा रहा था। आज जब हमारे देश में हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है , कहीं भ्रष्टाचार पाँव पसार रहा है तो कहीं मासूम नागरिक आतंकवाद...बोलते शब्‍द 49 बोलते शब्‍द 49 हि‍न्‍दी भाषा के दो जोड़े शब्‍दों के सूक्ष्‍म अंतरों की ये श्रृंखला प्रति‍ सोमवार व शुक्रवार को प्रकाशि‍त होती है...... आज के शब्‍द जोड़े ...प्रेमचंद की पहली रचना: पीपुल्स समाचार में ‘बना रहे बनारस’ 16 सितंबर 2011 को पीपुल्स समाचार के नियमित स्तंभ ‘ब्लॉग बोले’ अंतर्गत बना रहे बनारस प्रेमचंद की याद में

मन को मनाने के अंदाज निराले है बस एक छोटी सी कोशिश... *मन को मनाने के अंदाज निराले है* *हुए नही वो हम ही उसके हवाले हैं* *उसने कसम दी तो न पी अभी तक* *हाथ में पकड़े लो खाली प्याले है* ...खुद ही विकल्प बनना होगा पेट्रोल की कीमतें बढ़ा दी गई हैं। रसोई गैस की नई कीमतें निर्धारित करने के लिए होने वाली मंत्री समूह की बैठक स्थगित हो गई। वह हफ्ते दो हफ्ते बाद हो लेग...आशीर्वाद नहीं दूंगी ...बेटा .. अच्छा नमस्ते ..बेटा जब एक सत्तर वर्ष की माँ ने मेरे आगे हाँथ जोड़े तो अस्तित्व हिल गया ऐसा मैंने क्या किया ? जो अश्रुपूरित सारे ब्रन्हांड की...धीरेन्द्र अस्थाना को छत्रपति शिवाजी पुरस्कार -संस्कृति राज्य मंत्री श्रीमती फौजिया खान से छत्रपति शिवाजी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार प्राप्त करते कहानीकार पत्रकार धीरेन्द्र अस्थाना। मंच पर मौजूद हैं संस्...जानिए सौंदर्य प्रतियोगिताओं के पीछे का सच ! कुछ दिनों पहले ब्राजील के साओ पाओलो शहर में मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमे विजयिनी रही अंगोला देश की मिस लीला लोपेज **। इस प्रतियोगिता में भ...बेचैन आत्मा: दिमाग तो सात तालों में बंद है.....! -बेचैन आत्मा: दिमाग तो सात तालों में बंद है.....!: स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय के लम्बे सफर के बाद ज्ञान हुआ मेरे पास भी दिमाग है लेकिन जब भी काम लेना चाहता...

"बाँध के फाटक उठाओ" - आज प्रकृति से कर घात पहाड़ों के हृदय को दे भारी आघात बांधकर नदियों को ऊंची घाटियों में ढ़ेरों बाँध से रोक दिया है तुमने उनका नैसर्गिक प्रवाह. सपना खुश...वन्दे वाणी विनायकौ प्रस्तुत है राकेश कुमार जी के ब्लॉग "मनसा वाचा कर्मणा" से एक पोस्ट वन्दे वाणी विनायकौ--- इनकी एक और पोस्ट ’ऐसी वाणी बोलिए’ भी यहाँ सुन सकते हैं।जबकि भीतर बहते धारे पड़ोस में एक बच्चे के रोने की आवाज अक्सर आती है जो मुझे बेचैन कर जाती है, कोई उसे  डांटता  है पर  पुचकारता नहीं... जबकि भीतर बहते धारे प्रेम नहीं सौदा करत...छोटी सी है जिंदगी --- प्यार करें या तकरार ? आजकल टी वी पर हमारे मन पसंद कार्यक्रम --*कौन बनेगा करोडपति* -- की पांचवीं कड़ी चल रही है । पसंद इसलिए कि इसमें जनता के साथ साथ हमें भी अपनी औकात टेस्ट करने...यह बच्चा किसका बच्चा है *यह नज़्म एक सूखाग्रस्त, भूखे, मरियल बच्चे ने कवि से लिखवाई है* *1.* यह बच्चा कैसा बच्चा है यह बच्चा काला-काला-सा यह काला-सा, मटियाला-सा यह बच्चा भूखा-भूखा-

संजा तू थारा घरे जा ..... -कुँवारी लड़कियों की सखी 'संजाबाई' इन दिनों अपने पीहर में आई है। कुछ दिनों के लिए अपने पीहर में आई संजाबाई सा पार्वती जी का ही एक रूप है।........मानसिकता और अनशन की प्रासंगिकता 1.1 ..........केवल राम -गतांक से आगे ..........! भ्रष्टाचार की लीला भी अजीब है . यह कभी मेज के नीचे आता है तो कभी मेज के उपर , कभी पंच सितारा होटल में किसी उच्च स्तरीय बैठक में पहु...मेरे दोष ..... जाने कैसे , मेरे सभी दोष दिख जाते हैं उनको . मेरी एक मुलाकात में ? जाने कैसे , छुपा लेते हैं अपनी दक्ष प्रतिभा .... *वो *अपनी एक मुस्कान में ? *वही लोग थे ..इबादत नाम दिये जाते हैं काम नहीं करते कुछ ऐसे लोग जिये जाते हैं खून जला कुछ पैसा जोड़े और पिये जाते हैं दोस्तों की आपस में बातें नए जमाने की सौगात अभिवादन करते गाली में बात किये जात.सेंकैया' जमात वाले.... इस देश में दूसरों के गर्म तवे पर अपनी रोटी सेंकने वाले सेंकैया जमात के लोग बहुतायत में हैं, इफ़रात हैं। '*गझिन'* इतने, कि कहीं से भी आती रोशनी को अ.....

आज की कविता का रूप-सौन्दर्य 3 -*आज की कविता का रूप-सौन्दर्य बढ़ाने में सहायक हैं नए बिम्ब और नई भाषा शैली .... और चमत्कृत कर देते हैं भाव ..... कवि-मन में जब गहन अनुभूति के पल आते हैं तब ...गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब (PAONTA SAHIB) 22 जुलाई 2011 की शाम को हम चारों- मैं, सन्दीप पंवार, नितिन और विपिन पांवटा साहिब (पौण्टा साहिब) में थे। पांवटा साहिब हिमाचल प्रदेश में सिरमौर (नाहन) जिले..उस पारंपरिक चारागर की जय जिस ने ओम थानवी का कान पकड़ा, उसके लिये उन्होंने कहा कि उस चारागर की जय हो। अब मेरी परेशानी ये, कि उसके लिये भेजा गया यह 'जय सन्देश' उस तक कैसे पहुंचाया ज... लालकिशन आडवानी को सत्ता सुंदरी का प्रेमपत्र नमस्कार आपको प्यारे इसलिये न लिखा कि मेरे स्वयंवर में भाग लेने के लिये आपका इस तरह खड़े हो जाना मुझे बिल्कुल अच्छा नही लगा। जरा सोच तो लेते कि आपके घर में ..."इश्क पर जोर नहीं " तुझको भुलाने की कसम खाई हैं खुद से सनम !तुझको भुलाना मेरी फितरत नहीं मेरी मज़बूरी हैं दिलबर !!यह न कहना की हम बे -वफ़ा थे सनम !बा -वफ़ा हमने भी दोस्ती खूब नि...

एक कहानी जिसे शब्द नहीं मिले... -रेल की पांतों पर धड़धड़ाती हुई सी आई एक धुंध चीरती हुई खामोशियों की और मुझमें समा गई एक कहानी बन कर,जिसे मैं कोई शब्द न दे सका चाह कर भी. ... मेरी कविता बन...पूर्वपक्ष, प्रतिपक्ष और संश्लेषण पढ़ा था, यदि घर्षण नहीं होता तो आगे बढ़ना असंभव होता, पुस्तक में उदाहरण बर्फ में चलने का दिया गया था, बर्फीले स्थानों पर नहीं गया अतः घर में ही साबुन के घ...तमाम परेशानियों को........ -तमाम परेशानियों को करके नज़र-अंदाज़, आज बस तुम्हें ही, याद करने को जी चाहा है....... तेरी यादों में यूँ खोयी.... कब शुरू किया, कब ख़त्म, मुझे कुछ याद नहीं..वह दृष्टि वे आँखें क्या जो झुक जायें मन में है क्या, न बता पायें पर मनोभाव पढ़ने के लिए होती आवश्यक नज़र पारखी | भावों की अभिव्यक्ति के लिये होती है कलम आवश्यक वह कलम ...तेरे-मेरे बीच हिन्दी दिवस फिर से आया है आज.. मैंने सोचा कि इस हिन्दी दिवस पे कुछ नया किया जाए.. जो पहले कभी नहीं किया हो... अपने पोस्ट "तीन साल ब्लॉगिंग के" में मैंने लि...

ब्रिटिश संसद में जम्मू-कश्मीर पर निरर्थक बहस - ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी के सांसद स्टीव बेकर के नेतृत्व में कश्मीर समर्थक अनेक सांसदों ने जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार हनन के कथित उल्लंघन पर निचले स...कम्प्यूटर तथा इंटरनेट सम्बन्धित कुछ रोचक जानकारी - संसार का पहला कम्प्यूटर, जिसे Z1 कहा जाता था, का आविष्कार सन् 1936 में कोनार्ड ज़ूसे Konrad Zuse ने किया था। उन्होंने ही सन् 1939 में Z2 नामक ...तुमसे मिल भी नहीं पाती .. मन करता है .... तुमसे मिलूँ ,ढेरों बातें करूँ पर,फिर......... ज़माने का डर रोक लेता है मुझे . इस भय को जो किसी तरह मैं पार कर लेती हूँ .. तो,मेरे कदम रोक ...खास गत्‍यात्‍मक और स्‍थैतिक शक्ति के साथ चंद्रमा और बृहस्‍पति की युति का प्रभाव आज 16 सितंबर 2011 को खास गत्‍यात्‍मक और स्‍थैतिक शक्ति के साथ चंद्रमा और बृहस्‍पति की युति दो ढाई दिनों तक लोगों को कई मामलों में प्रभावित कर सकती है , इस...कृष्ण लीला ---------भाग 13 जाकर योगी बैठ गया ध्यान में कर रहा करुण पुकार है भोले नाथ ध्यान में विनती करते हैं प्रभु दर्शन को नैना तरसते हैं क्या इतने पास होकर भी दर्शन नहीं होंगे अविरल... 

ब्लॉग4वार्ता को देते हैं विराम.......... मिलते हैं ब्रेक के बाद.......... राम राम 

9 टिप्पणियाँ:

ढेर सारे लिंक रोचक वार्ता और हमारी पोस्ट ........आपका आभार

मन को कोई ताले में बंद कर पाया है भला।

अच्‍छी वार्ता रही आज की। बधाई।

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दूसरी धरती पर रहने चलेंगे?
उन्‍मुक्‍त चला जाता है ज्ञान पथिक कोई..

मेरी कविता की चर्चा नहीं करने के लिए आभार। बेहद सुंदर चर्चा है।

ब्लॉग वार्ता के इस पुष्प-गुच्छ में अनेकानेक रंग-बिरंगे लुभावने फूल मन को सहज ही आकर्षित कर रहे हैं . इन फूलों में आपकी मेहनत भी खिल रही है. बधाई और शुभकामनाएं .

मंहगाई तो सर चढ़ कर बोल रही है, और न जाने क्या रंग दिखाएगी...

खूब मेहनत से सजी संवरी सुन्दर वार्ता.... हमारी रचना को सराहने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार....

बहुत ही रोचक वार्ता सुन्दर लिंक्स से सजी।

बढ़िया लिंक्स....सुन्दर चर्चा

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