ललित शर्मा का नमस्कार, विद्युत समस्या जारी है, इसलिए फ़टाफ़ट कुछ लिंक प्रस्तुत हैं, चलते हैं आज जी वार्ता पर....आज का उमड़त घुमड़त विचार
वात, पित्त, कफ संतुलन जब जब बिगड़ा जाय।
तरह तरह की व्याधि देह में खूब उत्पात मचाय॥
कानून का पालन कौन करे, हैं हम आज स्वतन्त्र ।
जिव्हा का हुकम है मानना चाहे बिगड़े पाचन तंत्र ॥
धन दौलत की चाह संग संग मार गई मंहगाई।
भाग- दौड़ आपा-धापी में काया की सुध है गंवाई॥
रोग ग्रसित जब होत हैं, चंहूँ ओर नजर दौड़ाय।
वैद्य, चिकित्सक, डॉक्टर, कौन है मर्ज भगाय॥
नवरात्रि पर्व -- मैं भी तो इक माँ हूँ माता ... - मैं भी इक माँ हूँ माता ......... नवरात्रि पर्व की आपको हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ! कैसा रहेगा आपके लिए 29 , 30 सितंबर और 1 अक्तूबर का दिन ?? - 29 , 30 सितंबर और 1 अक्तूबर को मेष लग्नवालों की माता पक्ष , किसी भी प्रकार की छोटी या बडी संपत्ति की स्थिति में कुछ सुधार दिखेगा। उनका ध्यान धन ,...जोगिया से प्रीत किये दुःख होए - गरम कोट १९५५ - आज सितम्बर २८ को स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर का बयासीवां जन्म दिवस है। लता मंगेशकर का निस्संदेह इतिहास की उन नारियों में स्थान है जिन्होंने जन-मानस पर सबसे ज...खबर का असर - न्यूज चेनल और न्यूज पेपर में आये दिन पढ़ते सुनते है खबर का असर.तब इसे एक मुस्कान के साथ पलट दिया जाता है ..व्यावसायिक कसरत,हर और हर कोई ये बताने की कोशिश...बातचीत टूकड़ों में जीती है - SMS - एक आदमी चौराहे पर जाकर खड़ा हो गया। SMS - वो खड़ा है या कुछ सोच रहा है? SMS - वो इधर – उधर कुछ देखता रहा। SMS - वो किसी का इंतजार कर रहा है क्या? SMS -...
सासू माँ का टीवी - * * शांति कीतीन ननदें हैं। दो बड़ी और एकछोटी। सबसे बड़ी ननद सबसे पासरहती हैं पर लगाई-बुझाईके झंझटो से बहुत दूर रहतीहैं। न ऊधो का लेना न माधो कोदेना- वो अपन...मैं कुंदन हो जाउंगी - *एक* दिन पूरा तप जाउंगी सच मैं कुंदन हो जाउंगी जिस दिन तुमसे छू जाउंगी हाँ मैं चन्दन हो जाउंगी मीठे तुम और तीखी मैं तुम पूरे और रीती मैं तुम्हे ल...छोटी बात: प्रणव दा की गुगली पर चिदम्बरम पगबाधा! - प्रणव दा ने अपनी गुगली से चिदम्बरम पर पगबाधा आउट की ज़बरदस्त अपील की हैं. अम्पायर फैसला बैट्समैन के हक में दे रहे हैं, हालाँकि सभी खिलाड़ी और दर्शक जानते है...क्या कहूँ! ,,बस श्रद्धांजलि! - हिमांशु जी : बीतता यौवन नहीं..! मेरी एक पोस्ट पर टीपते हुये सुहृद हिमांशु जी ने लिखा था : “....लाभ यह मिला कि अपनी एक पुरानी छोटी बह्र की ग़ज़ल के एक शे'र ...संजय दानी की ग़जल - जब फ़स्ले-उम्र सूख चुकी तब वो आई है, मरते समय इलाज़ से कुछ फ़ायदा नहीं... - अब इश्क़ की गली में कोई पारसा नहीं,सुख, त्याग के सफ़र कोई जानता नहीं। ये दौर है हवस का सभी अपना सोचते,रिश्तों की अहमियत से कोई वास्ता नहीं। जब फ़स्ले-उम्र सूख...
कुछ तो था उसमे - कुछ तो था उसमे शायद उसकी आदत बच्चियों सी जिद पकड़ने की और फिर खिलौना देख बच्चे जैसे खुश होने की या शायद उसकी बातें जिसमे मैं तो कहीं नहीं होता था मगर सारा ज़...बी - नवरात्रें शुरू हो गयी है। मतलब कि मैं सत्तर पार कर गया। सन् बासठ में चीनी हमले के बाद से डायरी लिखना शुरू किया तो सिलसिला आज तक नहीं टूटा। परिवार, गाँव, कस...हे विधाता ! - सुबह परिचालन के मानक सुदृढ़ थे, आवश्यक जानकारी प्राप्त कर व समुचित दिशा निर्देश देकर जब कार्यालय पहुँचा तो मन बड़ा ही हल्का था, मंडल भी हल्का था और गतिमय ...देसिल बयना – 99 : अब सतवंती होकर बैठी... - -- करण समस्तीपुरी खादी भंडार पर मेला का चहल-पहल शुरु होय गया था। देसुआ गांव का लुल्हैया कुम्हार चौठीचंदा का खीर-पूरी खाकर मूर्ती बनाने में लग गया था। बिल...मै अच्छी थी .... - *सारी रात जागती रही * *कशमकश में जूझती रही * *क्या हुआ ?* *कैसे हुआ ?* *क्यों हुआ ?* *प्रश्नों की कड़ियाँ * *मस्तिष्क में कौंधती रही ......* *दिल दुखाया...
खेती का आविष्कार और सामंती समाज व्यवस्था का उदय : बेहतर जीवन की तलाश-3 - पशुपालन के साथ मनुष्य अनेक नयी चीजें सीख रहा था। जांगल युग में वह तत्काल उपभोग्य वस्तुएँ मुख्यतः प्रकृति से प्राप्त करता था। लेकिन पशुपालन के माध्यम ...श्री घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग शिवालय , शिवाड (राजस्थान) - *श्री घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग * *शिवालय , शिवाड (राजस्थान)* पिछले दिनों जयपुर से किलोमीटर दूर द्वादशवे ज्योतिर्लिंग श्री घुश्मेश्वर जाना हुआ . भव्य साज सज...दिल पे मत ले यार ! - किसी व्यक्ति ने इसे कुमार विश्वास के पेज पर पोस्ट किया हुआ था.. आप हँसते हँसते पागल हो जाओगे..कसम से.. दिग्विजय सिंह - - दिग्विजिय सिंह की लोकप्रियता ...सत्य के पीछे का सत्य -एक अधेड़ उम्र का पिता अपने लगभग २४-२५ वर्ष के पुत्र के साथ ट्रेन में चढ़ा. पुत्र खिड़की वाली सीट पर जा बैठा और बाहर बड़े कौतूहल से देखने लगा. ट्रेन के चलन...राजे रजवाड़े न सही राजा, रेड्डी तो हैं...खुशदीप- कौन कहता है राजे-रजवाड़े चले गए...राजा और रेड्डी तो रह गए हैं...राजा दिल्ली की तिहाड़ जेल में है..रेडडी हैदराबाद की चंचलगुडा जेल में...राजा के टू जी ने कां...
उदास आँखें -न जाने क्यों उदासी के बादल मन में छाए ढूँढ़ न पाया लाख यतन किए कोई उपाय उदास आँखें फूल-पँखुरियों में ढूंढें सुकून कैसी उदासी तन्हाई के बादल भीग...सान्निध्य सेतु: शक्ति की अधिष्ठात्री देवी माँ दुर्गा -सान्निध्य सेतु: शक्ति की अधिष्ठात्री देवी माँ दुर्गा: अश्विन मास के शुक्ल पक्ष के शुरुआती नौ दिन भारतीय संस्कृति में नवरात्र के नाम से शक्ति की पूज....शुभकामनायें...!!! - आपको मेरा नमस्कार ...!! सथियों नव रात्रे आ गए है .शुभकामनायें...!!!...आपकी दुआओं को एक खास रूप गढ़वाली कविता में दिया है...जगत जननी पापों का हरण करके आपकी ...अभिव्यक्ति - हाँ हम आजाद हैं, हम आजाद हैं अँगरेज़ चले गए, हम आजाद है अब किसी के गुलाम नहीं हैं हाँ हम आजाद हैं, किन्तु...... देखिये हमारा मौलिक उगते सूरज , उगते ख़्वाबों से दोस्ती -खुद से पूछा है कई बार - कहाँ कहाँ जाती हो तुम तुम्हारी सोच ... किस शाख से तोड़ती हो ख्वाब - ओस से धुले धुले ! टिपिर टिपिर आँखें मटकाते हैं गाल पर थपक.ब्लागिंग में भी श्राप के डर से मजे लेने कम कर दिये हैं -ताऊ महाराज धॄतराष्ट राजभवन में चिंता मग्न बैठे हैं, ब्लाग पुत्र दुर्योधन और ब्लागपुत्री दु:शला की नाफ़रमानियां बढती ही जा रही थी. इधर उनके चहेते मंत्री आपस...
वार्ता को देते हैं विराम, मिलते हैं ब्रेक के बाद राम राम.....................
8 टिप्पणियाँ:
माताजी छाई हुई हें आज तो लिंक पर ..जय माता दी
मेरा ब्लॉग सम्मिलित
करने की क्रपा करे.धन्यबाद
http://manojjaiswalpbt.blogspot.com/
बहुत सुन्दर लिंक्स ………रोचक वार्ता।
इतनी लिंक देने के लिए आभार.
घुघूतीबासूती
नवराते पर आप को भी शुभकामनाएँ!!!
आने वाला समय सब के लिए शुभ व मंगलमय हो।
सुन्दर लिंक्स,रोचक वार्ता.
वार्ता प्रारंभ हुई, उमड़त घुमड़त विचार से क्या बात है, करुं प्रकट आभार, धन्यवाद कहूं भाई दुलरू ललित को प्यार से……चर्चा मे शामिल सभी ब्लॉग पठन तो करुंगा ही सोचा पहले आदरणीय महराज जी को अपने हृदय उमड़ घुमड़ रहे उद्गार प्रकट कर दूं……"जय मां दुर्गे"
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