ललित शर्मा का नमस्कार......हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.......आज ललित डॉट कॉम की वर्षगांठ भी है.....चलते हैं आज की वार्ता में हिन्दी चिट्ठों की सैर पर.....हमारी हिंदी - रघुवीर सहाय की कविताएं*5* हमारी हिंदी हमारी हिंदी एक दुहाजू की नयी बीबी है बहुत बोलनेवाली बहुत खानेवाली बहुत सोनेवाली गहने मढ़..हिन्दी - हिन्दीसेवी बुल्के जी, फादर बुल्के के बजाय बाबा बुल्के कहलाने लगे थे। उन्होंने शायद हिन्दी सेवा का कोई घोषित किस्म का व्रत नहीं लिया, लेकिन सहज भाव स....आया है लौट के कोई शामे अवध गुजारकर! -बनारस की सुबह और अवध (लखनऊ) की शाम का अलौकिक अहसास है.कल शाम तक लखनऊ में था ...एक पूरी शाम और एक अधूरी शाम वहां गुजारने को मिली .....आपसे शामे अवध के चंद ...कविता-शिक्षण पर विशेष व्याख्यान संपन्न -*हैदराबाद, १३ सितंबर,२०११.* हिंदी शिक्षण के उद्देश्य को हिंदी पढना-लिखना सिखा देने तक सीमित करना किसी भी प्रकार उचित नहीं माना जा सकता. वास्तव में तो भाषा...
क्या ऐसे ही हम 2020 तक महाशक्ति बनेंगे ?- आज अनवरत पर आदरणीय दिनेश राय द्विवेदी जी का यह आलेख पढ़ रहा था .मैं द्विवेदी जी के विचारों से पूरी तरह सहमत हूँ क़ि आज-कल मॉस मीडिया में नित्य प्रति कर्मकां...२० सितम्बर को राष्ट्रपति करेंगी महाराव शेखाजी की प्रतिमा का अनावरण - राजस्थान के सीकर जिले में रलावता गांव में अरावली पर्वत श्रंखला की तलहटी में शेखावत वंश और शेखावाटी के प्रवर्तक व साम्प्रदायिक सदभाव के प्रतीक महाराव शेख...ब्लोगिंग --सदी का श्रेष्ठतम अविष्कार .... -कुछ दिन से ब्लॉगजगत में मची आपा धापी को देख कर मन में यही ख्याल बार बार आता है --आखिर लोग ब्लोगिंग क्यों करते हैं ? सामान्य सी बात है , सब अपनी अपनी रूचि अ...सितारे कुछ तो बात करते हैं - जाने क्या मालूमात करते हैं सितारे कुछ तो बात करते हैं हमें अपना वजूद जंचता है ज़माने से जुदा सा लगता है मगर औकात क्या है इंसा की सितारे सब हिसाब करते हैं स...
दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अंखियां प्यासी रे...खुशदीप - *गोपाल दास नेपाली* ने ये भजन 1957 में फिल्म नरसी भगत के लिए लिखा था...अक्सर इस भजन को सूरदास से जोड़ दिया जाता है...फिल्म *स्लमडॉग मिलियनेयर्स* में भी यही ...पटाक्षेप - *(मां के जन्मदिवस पर आज उन्हीं की * *लिखी कविता, जो 1981 में पंजाब की * *एक पत्रिका में शाया हुई थी)* पाण्डवो! तुम्हारे बौद्धिक शोषण से आज की द्रौपदी पूर...क्लिष्टता के ठठेरे और हिन्दी डे सेलिब्रेशन -कल 'हिन्दी डे' है। हां भई वही 'हिन्दी डे' जब हर ओर हरर हरर हिन्दी की हवा बहवाई जाती है। हिन्दी विभागों में तो इस दिन को पर्व के रूप में मनाया ज...मोमोस - मेरी पिछली पोस्ट पर काफी विचार विमर्श हुआ. विषय का स्त्री पुरुष के पूरक होने से , या उनके सम्मान से या फिर किसी तथाकथित नारी या पुरुष वाद से कोई लेना पत्थर से कुचल दी जाएं प्रेम कहानियां... -शादियों को लेकर मुझे सिर्फ इस बात से उम्मीद जगती है कि इस दुनिया में जितने भी सफल पति दिखते हैं वो कभी न कभी एक असफल प्रेमी भी ज़रूर रहे होंगे। गलियों में,...
अध्ययन यात्रा बनाम दारू पार्टी.... !!!!! - ** *दारू जो कराए कम है! और दारू की लत.... पूछो मत! ! लोग अपना मान सम्मान और बाकी सब भूलकर दारू के लिए सब कुछ करने तैयार हो जाते हैं! ! ! इस हफ्ते राजनां...आप क्यों जुड़े हैं इन नेट्वर्किंग साईट्स से !!! -एक दिन एक ब्लॉगर का सवाल था ,*" भारतीय संस्कृति को मानने वाले लोंग फेसबुक पर क्या कर रहे हैं "*...सोचा , मगर ऐतराज का कोई कारण मुझे समझ नहीं आया. फेसबुक ....कांतिलाल की कथा - रेडियो ही रेडियो - खरीद लो जितने चाहो रेडियो नाम सुनते ही कानों में सुरीली मधुर आवाज गूंज जाती है, यह तन्हाई का वह साथी है जो उदास नहीं होने देता. मैं इसे .ऍण्ड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम में हिन्दी समर्थन - ऍण्ड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम में हिन्दी प्रदर्शन एवं इनपुट समर्थन की विस्तृत जानकारी। [[ यह पोस्ट सामग्री का केवल एक अंश है। पूरी पोस्ट पढ़ने के लिये कृपया ऊप...
हुक्मराँ देखते हैं दिल्ली से - हुक्मराँ देखते हैं दिल्ली से चमकता भारत मगर अवाम की आँखों में सिसकता भारत जम्हूरियत सबसे बड़ा मेरा फक्र भी मुझको हादसे और धमाकों में तड़पता भारत किसी के जान...सारा मीडिया अपराधी और दोषी है - आज से श्राद्धपक्ष आरंभ हो गया है। उस के साथ ही तमाम मीडिया चाहे वे अखबार हों या टीवी चैनल श्राद्ध को महिमामंडित करने में जुट गया है। इस काम को करते हुए...ये है नन्हें फूल जो भगवान को लगते प्यारे बच्चे मन के सच्चे सारी जग की आंख के तारे ,ये है नन्हें फूल जो भगवान को लगते प्यारे हम साथ साथ हैं .......जन्म के वक्त पपी का वजन 500 ग्राम से लेकर सात किलो तक हो सकता है. ऐसा नहीं है कि जन्म के वक्त उनका...हिन्दी पखौड़े की एक महत्वपूर्ण बैठक हास्य-व्यंग्य पञिका अट्टहास के सितम्बर अंक में 14 अगस्त हिन्दी दिवस पर प्रकाशित मेरा व्यंग्य पढ़े हिन्दी पखौड़े की एक महत्वपूर्ण बैठक मेरे ब्लॉग व्यंग्यलोक पर । आपकी प्रतिक्रिया आलोचना समालोचना..
बोलते शब्द बोलते शब्द 48 हिन्दी भाषा के दो जोड़े शब्दों के सूक्ष्म अंतरों की ये श्रृंखला प्रति सोमवार व शुक्रवार को प्रकाशित होती है...... आज के शब्द जोड़े हैं - 'आवेदन' और 'निवेदन' व 'ऑफिस' और...राजस्थान प्रश्नोत्तरी 1 बिजोलिया की तरह बेगूं क्षेत्र में भी किसान आंदोलन काफी प्रभावी रहा था। यहां के गोविन्दपुरा गांव में हुए गोलीकांड में दो किसान शहीद हुए थे। यह गोली कांड किस वर्ष ह...यादों के झरोखों में झांकिए एक बार हीं सहीभारतीय जन नाट्य संघ की उत्तर प्रदेश इकाई और लोकसंघर्ष पत्रिका के तत्वावधान में दिनांक ११.०९.२०११ को लखनऊ के कैसरबाग स्थित जयशंकर प्रसाद सभागार में सहारा इंडिया परिवार के अधिशासी निदेशक श्री डी. के. श्रीव...लिपि-साहित्य-संस्कृति-शिक्षाहिन्दी दिवस की पूर्व संध्या पर विशेष लिपि-साहित्य-संस्कृति-शिक्षा - ओम विकास Dr.OmVikas@gmail.com लिपि : वाणी का दर्पण जब तक सोया था मानव, अहसास नहीं था, “कहाँ है ? क्या है ?...
चलते चलते व्यंग्य चित्र
हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं, मिलते हैं अगली वार्ता में........
10 टिप्पणियाँ:
आज हिन्दी झाड़ पोंछ कर धोने सुखाने का दिन है... बल्ले बल्ले
बढ़िया वार्ता
अपनी 'हिन्दी' देखा यहां, धन्यवाद.
बढ़िया वार्ता,मेरी पोस्ट को शामिल करनें के लिए आभार.
ललित.काम के जन्म दिन की बधाईयां
फायनली आई वांट टू से हिन्दी इस वेरी मच इम्पार्टेंट फ़ार इन्डिया.. विदाउट हिन्दी वी कांट सेव अवर कल्चर .. लेट अस ट्राय टू सेव इट..
Bye Bye
ललित.कॉम की वर्षगांठ पर बधाई...एक ब्लॉगर को बहुतों तक पहुंचाने का श्रेष्ठ काम करने के लिये आभार....हिन्दी को सिर्फ दिवस तक नहीं, पूरे साल दुनिया में नेट के जरिये बढ़ाने के सार्थक प्रयास के लिये धन्यवाद...
इस श्रेष्ठतम आविष्कार के एक आत्मिक प्रतीक 'हिन्दी दिवस' की शुभकामनाएं स्वीकारें।
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जै हिन्दी, जै ब्लॉगिंग।
घर जाने को सूर्पनखा जी, माँग रहा हूँ भिक्षा।
आज हिन्दी दिवस पर हार्दिक शुभ कामनाएं |आप मेरे ब्लॉग पर आए आभाए |
आशा
बढ़िया वार्ता...
वर्षगांठ की बधाई हो...
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