सोमवार, 20 अगस्त 2012

खुशियाँ लेकर आया चाँद ईद का.... ब्लॉग4वार्ता....संध्या शर्मा

संध्या शर्मा का नमस्कार... ईद का चाँद लेकर आए सभी के जीवन में नयी खुशियाँ , मिट जाये इंसानों में दूरियां...इसी दुआ के साथ आप सभी को वार्ता परिवार की ओर से  ईद मुबारक.... प्रस्तुत है आज की वार्ता कुछ खास लिंक्स के साथ...


जज़्बा-ऐ-दिल जज़्बा-ऐ-दिल जज़्बा-ऐ-दिल की कुछ ना कहो ऐ दोस्त...... मेरे दिल के जखम हैं कुछ इस कदर कि....... न सहते होता है और न भरते होता है........ उजला-कालावर्तमान के उजले मुखौटे के भीतर भविष्य का काला सच दबाए कुछ लोग चलते जाते हैं अपनी राह पूरे होशो हवास मे आत्मविश्वास मे वो जानते हैं भेड़चाल का परिणाम झूठ का सच मे बदलना है समय के साथ धुलना तो है ही इस सफेद... और बात है.. दिल में है और कुछ, ज़बां पे और बात है, बन आई है जो मेरी जां पे, और बात है.. हाँ आज लिख रहा हूं काग़ज़ों पे हाल-ए-दिल, इक दिन लिखूंगा आसमां पे, और बात है.. ताज़ा है ज़ख़्म, दुख रहा है, रो रहा हूं मैं, कल ...

 

सबब उदासी काआज के जन मानस में रहती निष्प्रह नितांत अकेली दिखती मितभाषी स्मित मुस्कान बिखेरती उदासी फिर भी छाई रहती उससे अलग न हो पाती पर सबब उदासी का किसी से न बांटती जब भी मन टटोलना चाहा शब्द अधरों तकआकार रुक...हस्तांतरण था !  *हाँ !* *ये आजादी नहीं ,* *सत्ता का हस्तांतरण था ,* *शासकों का ,* *काले -गोरे अंगरेजों का ,* *लाभ -हानि का खेल ,* *हित टकरा गए ,* *खिंच गयीं शमशीरें* *मारे गए निर्दोष ,जज्जबाती शेर ,* *पिस गयी निरीह आवाम /... खाप  क्लास लगी है वहीं...बरगद के चबूतरे पर गाँव के दद्दा सिखाएंगे कि लड़का लड़की प्यार कैसे करेंगे . मिलते ही...दिल के जुड़ने से पहले पूछेंगे ...गोत्र,धर्म जाति फिर अंदाज़ा कि पैसे से मजबूत है की नाही . उ...

एक बात जो कहनी है तुमसे ... *जाने क्यूँ अतीत का ये पन्ना इतना बेचैन सा है, हर शाम हवा के धीमे से थपेड़े से भी परेशान होकर फडफडाने लगता है... आज उस पन्ने को खोलते हुए एक सुकून सा लग रहा है... * ******************* वो पल अक्सर ही मेर...तुम से प्यार करने की ऋत छा गई है  * प्यार करने की ऋत।* *(courtesy-Google images)* ============= प्रिय दोस्तों, संसार में, मानव के अलावा सभी प्राणीओ के व्यवहार के बारे में अनुमान लगाया जा सकता है,किंतु जब कोई मानव, प्रेम जैसे नाज़ुक और ...खुदा की ख्वाहिश *जीवन में **कई** साँझ को * *आँधियाँ आती रही* *डाली-डाली, झूम-झूमकर* *राग नया गाती रही ।* * * ** * * *टूटे कई हरे पत्ते भी, * *संग हवा के उड़ते रहे* *बसते थे जिस नीड़ के अंदर* *तिनकों में वो बिखरते रहे ।* * ...
 

ईद को कैसे कहूं मैं अब मुबारक ? - "ईद को कैसे कहूं मैं अब मुबारक ? खून जो फैला है सड़क पर वह भी तो मेरा ही है जिस वतन में हो रहा है यह रमजान की रस्मों की तरह उस देश का गुनाह है यह महज़ कि ...अल्लाह मेरे मुल्क में अम्नो अमाँ रहे - ईद मुबारक हो आप सभी को......... अल्लाह मेरे मुल्कमें अम्नो अमाँ रहे, इत्तेहाद भाईचारगीसदा यहाँ रहे| हर दिन ईद , हर रात दिवाली हो हिंदुस... बरसात से भीगी आज की सुबह... :-देव - बरखा रानी... ज़रा जम के बरसो... कल ही तो गर्मी से त्रस्त होकर हमनें इन्द्र देवता को याद किया और देखिए आज क्या झूम कर बरसे हैं... खिडकी खोलकर पानी के छींटो ... 

वक़्त बेवक्त याद आती है तेरी - * * *वक़्त बेवक्त याद आती है तेरी* *जैसे गहरे समंदर में रुकी सांसें हों मेरी* *ये सर्द एहसास दिल तक उतर आया है* *घनी रातों में साथ चलता तेरा ही साया है* *नम... जन्मदिन की मुबारकबाद गुलज़ार साहेब... - * **ओ मेरे यार जुलाहे....* *मुझको भी सिखला देते तुम * *शब्दों का बुनना ताना बाना... * *तो मैं भी कुछ ..प्रभात - आज अपना प्रभात ऐसा था आपका इससे भी खूबसूरत हो। 

 

" एक बहुत अच्छा प्लान है ,सर , वह बोली ....." सर, मैं आई.सी.आई.सी.आई से पायल बोल रही हूँ , आप अमित बोल रहे हैं न | हाँ ! पर आप कौन , किसने नंबर दिया आपको | वह बोली , सर आपका नंबर वी.आई.पी. नंबरों की लिस्ट में था , वहीँ से मिला है | ऐक्चुअली अभी हमार..राजनीति में वंशवाद और परिवारवाद - डॉक्टर का बेटा डॉक्टर बन जाये, इंजीनियर का बेटा इंजीनियर बन जाये, वकील का बेटा वकील बन जाये, या अध्यापक का बेटा अध्यापक बन जाये तो इसे कोई भी परिवारवाद की... गरभ पूजा और पोला -----------  सांहड़ा देव (पार्श्व में) भारत में छत्तीसगढ की अपनी अलग सांस्कृतिक पहचान एवं छवि है। प्राचीन सभ्यताओं को अपने आंचल में समेटे इस अंचल में विभिन्न प्रकार के ...  

 

 अब देते हैं वार्ता को विराम नमस्कार....

13 टिप्पणियाँ:

संध्‍या जी, ईद के मौके पद बहुत ही सुंदर वार्ता लगाई।

आपको भी ईद की शुभकामनाएं।

............
हर अदा पर निसार हो जाएँ...

ईद के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभ कामनाएं |अच्छी वार्ता ईद के रंग में रंगी |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
आशा

हार्दिक शुभ कामनाएं,अच्छी वार्ता संध्या जी, आभार

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वाह! बेहतरीन लिंक्स, बेहतरीन वार्ता...

ईद की ढेरों मुबारकबाद क़ुबूल फरमाइए!

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